सार
गार्ड औरतों को मैसेज करके उन्हें सरकारी नौकरी देने का लालच देता था। इसके बाद जब औरतें उससे बात करने लग जातीं तो वह वॉट्सऐप पर उन्हें अश्लील तस्वीरें और गंदे वीडियो भेजना शुरू कर देता था।
नई दिल्ली. महिलाओं के साथ यौन शोषण से जुड़ा एक और मामला सामने आया है। दिल्ली पुलिस ने 1 दिसंबर के दिन गुरुग्राम के मुल्लाहेरी गांव से एक सिक्योरिटी गार्ड को गिरफ्तार किया है। ये गार्ड खुद को IPS अधिकारी बताकर औरतों को प्रताड़ित करता था। महिलाओं को व्हैट्सएप पर अश्लील तस्वीरें और वीडियो भेजा करता था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, गार्ड का नाम गौरी शंकर है, उम्र 38 साल है। वह उत्तर प्रदेश के कुशीनगर का रहने वाला है। गार्ड औरतों को मैसेज भेजता था। उन्हें सरकारी नौकरी देने का लालच देता था। इसके बाद जब औरतें उससे बात करने लग जातीं तो वह वॉट्सऐप पर उन्हें अश्लील तस्वीरें और पॉर्न भेजना शुरू कर देता था। वो औरतों से भी उनकी अश्लील तस्वीरें मांगा करता था।
कभी बेचा करता था सिम कार्ड
जहां वो सिम कार्ड बेचने का काम करता था। चार साल पहले उसका एक्सीडेंट हो गया, जिसके बाद वो दिल्ली-NCR आ गया और सिक्योरिटी गार्ड के तौर पर काम करने लगा।
25 नवंबर के दिन दिल्ली पुलिस के पास एक शिकायत आई। ये शिकायत साउथ दिल्ली में रहने वाली एक औरत ने की थी। औरत ने बताया कि एक आदमी करीब एक महीने से उसे काफी परेशान कर रहा है। अश्लील मैसेज और पॉर्न वीडियो भेज रहा है। बार-बार फोन करता है, अश्लील बात करता है। शिकायत के बाद पुलिस ने काम शुरू किया।
फेक आईडी से खरीदे सिम
नंबर ट्रेस किया गया। नंबर का असली मालिक गुजरात के आणंद में रहने वाले एक आदमी का निकला। छानबीन करने पर पता चला कि उस आदमी ने वो नंबर खरीदा ही नहीं है। किसी ने फेक आईडी इस्तेमाल करके नंबर खरीदा था। जांच आगे बढ़ी तो पुलिस गुरुग्राम तक पहुंची और 1 दिसंबर के दिन असली आरोपी की गिरफ्तारी हो गई।
अब सलाखों के पीछे फर्जी आईपीएस
गौरी शंकर क्योंकि पहले सिम कार्ड बेचा करता था, इसलिए उसके पास कई सारे लोगों के नंबर्स थे। वो किसी को भी मैसेज करके परेशान करने लगता था। उसने ज्यादातर उत्तर प्रदेश और हरियाणा की औरतों को टारगेट बनाया था। वह इस वक्त पुलिस कि गिरफ्त में है।