सार
भारत के स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस मार्क 1ए ने गुरुवार को पहली उड़ान भरी। विमान 18 मिनट तक हवा में रहा।
बेंगलुरु। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा बनाए गए पहले स्वदेशी लड़ाकू विमान एलसीए तेजस के अपग्रेड वर्जन तेजस मार्क 1ए ने गुरुवार को पहली उड़ान भरी। विमान 18 मिनट तक हवा में रहा।
HAL के अधिकारियों ने बताया है कि तेजस मार्क 1ए का टेस्ट पूरी तरह सफल रहा। विमान को बेंगलुरु स्थित HAL के रनवे से उड़ाया गया था। तेजस मार्क 1ए स्वदेशी डिजाइन है। इसे भारत में बनाया जा रहा है। इसका 65 फीसदी हिस्सा स्वदेशी है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार तेजस मार्क 1ए को राजस्थान में पाकिस्तान से लगी सीमा पर तैनात किया जा सकता है। इसकी तैनाती बीकानेर के पास स्थित नाल एयरबेस पर हो सकती है।
कितना खास है तेजस मार्क 1ए
तेजस मार्क 1ए HCL द्वारा बनाए गए तेजस विमान का अपग्रेड वर्जन है। तेजस की तरह ही यह एक इंजन और एक सीट वाला फाइटर जेट है। इसमें डिजिटल रडार वार्निंग रिसीवर लगा है। दुश्मन के रडार की नजर में आने की स्थिति में यह पायलट को चेतावनी देता है। इसे बेहतर AESA (active electronically scanned array) रडार से लैस किया गया है। इसके साथ ही इसे हवा से हवा में मार करने वाले एडवांस BVR (Beyond visual range) मिसाइलों से लैस किया गया है। इसके साथ ही विमान में सेल्फ प्रोटेक्शन जैमर पॉड भी लगाए गए हैं। इससे हमला होने की स्थिति में बचाव किया जा सकता है।
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HAL ने इंडियन एयरफोर्स को 32 सिंगल सीट तेजस विमान दिया है। इसके साथ ही दो सीट वाले आठ तेजस विमान भी दिए गए हैं। दो सीट वाले विमान का इस्तेमाल ट्रेनिंग के लिए होता है। HAL को 40 तेजस MK1 के लिए 8,802 करोड़ रुपए का ऑर्डर मिला है। इसके साथ ही HAL को 83 तेजस मार्क 1ए विमान के लिए 46,898 करोड़ रुपए का ऑर्डर मिला है। विमानों को मार्च 2024 से फरवरी 2028 के बीच वायुसेना को देना है।
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