सार
दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में बुधवार को डॉक्टरों ने हैंड ट्रांसप्लांट किया। एक महिला के अंगदान से एक चित्रकार को फिर से ब्रश पकड़ने का मौका मिलेगा। डॉक्टरों ने सफल हैंड ट्रांसप्लांट कर चित्रकार के जीवन में खुशियां लौटा दी हैं।
नई दिल्ली। नई दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में डॉक्टरों ने कमाल कर दिया। डॉक्टरों की टीम में एक व्यक्ति को हैंड ट्रांसप्लांट किया। टीम ने एक महिला के अंगदान करने पर उसके हाथ एक ऐसे व्यक्ति को लगाए जो पेशे से चित्रकार था। दिल्ली में दोनों हाथ ट्रांसप्लांट करने का यह पहला मामला है। इस सफल सर्जरी के जरिए अब एक पेंटर फिर से अपने ब्रश उठा सकेगा। या यूं कहें कि एक चित्रकार को नया जीवन मिल गया है।
रेल दुर्घटना में खो दिए थे हाथ
वर्ष 2020 में एक व्यक्ति जो पेशे से पेंटर है उसने एक रेल दुर्घटना में अपने दोनों हाथ खो दिए थे। इसके बाद से उसके सामने रोजी-रोटी का भी संकट खड़ा हो गया था। लेकिन दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल के डॉक्टरों ने उनके जीवन में फिर से खुशियां लौटा दी हैं। 45 वर्षीय शख्स को डॉक्टरों ने दोनों हैंड ट्रांसप्लांट कर लगाए हैं। ऐसे में अब यह व्यक्ति फिर से ब्रश पकड़ सकेगा। एक चित्रकार के लिए उसके हाथ ही सब कुछ होते हैं।
पढ़ें भारत के डॉक्टरों का कमाल!बिना ब्लड ट्रांसफ्यूजन के हुआ मरीज का हार्ट ट्रांसप्लांट
दिल्ली में पहला बाइलेटरल हैंड ट्रांसप्लांट
एक महिला के अंगदान पर डॉक्टरों की टीम ने दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में पहला बाइलेटरल हैंड ट्रांसप्लांट किया। डॉक्टरों का कहना है कि इसका सबसे बड़ा क्रेडिट जाता है उस महिला को जिन्होंने अंगदान किया। इसके साथ ही डॉक्टरों ने अंगदान करनेे के लिए लोगों से आगे आने की अपील की।
दिल्ली की महिला ने किया था अंगदान
आज एक चित्रकार को नये हाथ मिले हैं तो दिल्ली की एक महिला मीना मेहता की वजह से। ब्रेन डेड होने से उनकी मृत्यु हो गई थी। उन्होंने अपने परिवार वालों से अंगदान करने की इच्छा जताई थी जिसे उन लोगों ने पूरा भी किया। मीना के हाथों की वजह से अब एक चित्रकार फिर से ब्रश उठा सकेगा और अपने जीवन में रंग भर सकेगा।