सार

पूर्वी और मध्य अफ्रीकी देशों से हजारों वर्ष पुराने रिश्तों में हरियाणा सरकार एक नई जान फूंकने जा रही है। 29 अक्टूबर को ऐतिहासिक हरियाणा-अफ्रीका कनक्लेव  (Haryana-Africa Conclave) होने जा रहा है। भारत में यह अपने तरह का पहला प्रयोग है, जिसके जरिये 18 अफ्रीकी देशों को हरियाणा में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया गया है। इसके लिए 28 अक्टूबर को मेहमान भारत पहुंचेंंगे। मुख्य आयोजन से पहले उन्हें कुछ जगहों की सैर कराई जाएगी।

नई दिल्ली. 15 अगस्त, 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए एक नया नारा दिया था-'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के साथ सबका प्रयास!' हरियाणा सरकार इस नारे को विश्वव्यापी बनाने की दिशा में अनूठी पहल करने जा रही है। 29 अक्टूबर को ऐतिहासिक हरियाणा-अफ्रीका कनक्लेव  (Haryana-Africa Conclave) होने जा रहा है। भारत में यह अपने तरह का पहला प्रयोग है, जिसके जरिये 18 अफ्रीकी देशों को हरियाणा में निवेश करने आमंत्रित किया गया है। मेहमान 28 अक्टूबर को भारत पहुंचेंगे।

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18 देशों के राजदूत करेंगे शिरकत
हरियाणा में विकास का एक नया इतिहास रचने 29 अक्टूबर को हरियाणा-अफ्रीका कनक्लेव (Haryana-Africa Conclave) का आयोजन होगा। हरियाणा में विदेशी निवेश(foreign investment) को बढ़ावा देने के मकसद से हो रहे इस कनक्लेव में पूर्वी-मध्य अफ्रीका के 18 देशों के राजदूत(Ambassador) आएंगे। इस आयोजन को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर(Manohar Lal Khattar) और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला(Dushyant Chautala) संबोधित करेंगे। विदेश सहयोग विभाग(Department of Foreign Aid) के महानिदेशक डॉ. अनंत प्रकाश पांडेय बताते हैं कि भारत में पहली बार हरियाणा सरकार इस तरह का कोई आयोजन कर रही है।

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हरियाणा की निवेश को लेकर Good Planning 
हरियाणा सरकार विदेशी इन्वेस्टर्स(Foreign investors) को आकर्षित करने कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। निवेश की पहली प्लानिंग के तहत पूर्वी और अफ्रीकी देशों पर फोकस किया जा रहा है। इस निवेश के तहत हरियाणा में शिक्षा, उद्योग और प्रौद्योगिकी आदि(education, industry and technology etc) सभी क्षेत्रों पर फोकस किया जा रहा है। इससे न सिर्फ हरियाणा देश में एक नई पहचान स्थापित करेगा, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के बेहतर अवसर भी मुहैया होंगे।

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हरियाणा के उद्योगपतियों में उत्साह
हरियाणा-अफ्रीका कनक्लेव को लेकर हरियाणा के उद्योगपतियों(Industrialists) में उत्साह देखा जा रहा है। कनक्लेव में शामिल होने राजदूत 28 अक्टूबर को चंडीगढ़ पहुंचेंगे। यहां उन्हें पिंजौर हेरिटेज गार्डन आदि की सैर कराई जाएगी। इसके बाद 29 अक्टूबर से 4 सत्रों में कनक्लेव होगा। इसमें बहादुरगढ़, पानीपत, फरीदाबाद, गुरुग्राम के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों के प्रतिनिधि अपने-अपने प्रॉडक्ट्स और मार्केटिंग स्ट्रेटजी(marketing strategy) के बारे में प्रेजेंटेशन देंगे। 

एग्जिबिशन के जरिये दिखाए जाएंगे हरियाणा के प्रॉडक्ट्स
कनक्लेव में कीनिया, कांगो, घाना, मोलाबी, नाइजीरिया, दक्षिणी अफ्रीका, युगांडा, मॉरीशस, यूथोपिया, मिस्र आद देशों के राजदूत शामिल हो रहे हैं। हरियाणा सरकार ने कृषि, पर्यटन, उद्योग, हरियाणा स्टेट को-ऑपरेटिव सप्लाई एंड मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड (HAFED) के प्रॉडक्ट्स एक एग्जिबिशन के जरिये विदेशी मेहमानों को दिखाएं जाएंगे। इसकी नोडल एजेंसी केंद्रीय विदेश मंत्रालय होगा।

खट्टर को मुख्यमंत्री रहते हुए 7 साल पूरे
बता दें कि मनोहर लाल खट्टर को हरियाणा में मुख्यमंत्री रहते हुए 7 साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर उन्होंने tweet किया-हरियाणा की जनता के आर्शीवाद से हमारी सरकार के 7 वर्ष पूरे हो गए हैं। इस दौरान हमने 'सबका साथ-सबका विकास' के मूलमंत्र से पंक्ति के अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पंहुचाया है व आगे भी पहुंचाते रहेंगे। मैं इस अवसर पर सभी हरियाणावासियों का हृदय से आभार प्रकट करता हूं।

मोदी भी करते हैं खट्टर की तारीफ
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के व्यक्तित्व और कार्यशैली(personality and work style) के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कायल हैं। हाल में एक कार्यक्रम के दौरान मोदी ने कहा था-हरियाणा को मनोहरलाल खट्टर के नेतृत्व में शुद्धरूप से काम करने वाली सरकार मिली है। एक ऐसी सरकार मिली है, जो दिनरात हरियाणा के उज्जवल भविष्य के लिए सोचती है। जब कभी हरियाणा का मूल्यांकन होगा, तो मालूम चलेगा कि पिछले 5 दशक में सबसे उत्तम काम करने वाली, इनोवेटिव काम करने वाली, दूर की सोच के काम करने वाली ये हरियाणा की सरकार है। मैं मनोहरलालजी को वर्षों से जानता हूं, लेकिन मुख्यमंत्री के रूप में उनकी प्रतिभा निखर करके आई है। अनेक विविध कार्यक्रमों को जिस प्रकार से मनोयोग से  वे करते रहते हैं, जिस प्रकार से वो इनोवेटिव कार्यक्रम करते हैं, भारत सरकार ने भी उनके कई प्रयोग देशभर में लागू किए। जो लंबी सोच के साथ नींव डाली है, वो हरियाणा के भविष्य की बहुत बड़ी ताकत बनने वाली है।

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हजारों वर्ष पुराना रिश्ता है अफ्रीकी महाद्वीप और भारत का
भारत के अफ्रीकी देशों; खासकर पूर्वी अफ्रीका से हजारों वर्ष पुराने ऐतिहासिक, राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक रिश्ते रहे हैं। हरियाणा सरकार इन रिश्तों में अब नई जान फूंकने जा रही है। मध्ययुगीन काल में भूमध्य सागर और एशिया के बीच मौजूद अरब के रास्ते व्यापार मार्गों के विकास के कारण संबंध मजबूत हुए। वहीं, भारतीय उपमहाद्वीप और अफ्रीका के बड़े हिस्सों में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के दौरान मुंबई पहले से ही पूर्वी अफ्रीका और ब्रिटेन के बीच होने वाले हाथी दांत के व्यापार का केंद्र था। 1893 और 1915 के बीच दक्षिण अफ्रीका में महात्मा गांधी का प्रवास उन मुख्य घटनाओं में से एक रहा, जिन्होंने आधुनिक युग के राजनीतिक संबंधों के मार्ग को प्रशस्त किया।

एक उदाहरण: हरियाणा सरकार के कुछ उल्लेखनीय प्रयास
शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा सरकार का बेहतरीन कदम उठाया है। पीपीपी यानी Public–private partnership (सरकारी निजी कंपनी भागीदारी) के तहत सत्यापित गरीब परिवारों के बच्चों को मिलेगी मुफ़्त शिक्षा मिलेगी। मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने 22 अक्टूबर को पंचकूला में एक कार्यक्रम में ऐलान किया था कि परिवार पहचान पत्र के अन्तर्गत जिन परिवारों की सत्यापित आय 1.80 लाख रुपये प्रति वर्ष से कम है, ऐसे परिवारों के बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी जाएगी।