सार
हाथरस केस के एक आरोपी ने जेल से एसपी को चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में उसने खुद को निर्दोष बताया है। आरोपी संदीप उर्फ चंदू ने दावा किया कि पीड़िता के साथ उसकी दोस्ती थी, इससे लड़की का परिवार नाराज था। संदीप के मुताबिक,पीड़िता को उसके परिवार ने ही मारा है। चिट्ठी में लिखी गई बातों के जवाब में पीड़िता के परिवार ने कहा- आरोपी पूरी तरह झूठ बोल रहा है।
नई दिल्ली/लखनऊ. हाथरस केस के एक आरोपी ने जेल से एसपी को चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में उसने खुद को निर्दोष बताया है। आरोपी संदीप उर्फ चंदू ने दावा किया कि पीड़िता के साथ उसकी दोस्ती थी, इससे लड़की का परिवार नाराज था। संदीप के मुताबिक,पीड़िता को उसके परिवार ने ही मारा है। चिट्ठी में लिखी गई बातों के जवाब में पीड़िता के परिवार ने कहा- आरोपी पूरी तरह झूठ बोल रहा है।
एसपी को भेजी गई चिट्ठी में संदीप ने कहा- पीड़िता से मुलाकात के अलावा कभी-कभी उससे फोन पर बात भी हो जाती थी। ये बात उसके घर वालों को पसंद नहीं थी। जिस दिन यह घटना हुई, उस दिन पीड़िता ने मुझे मिलने के लिए खेत में बुलाया था, जब मैं वहां गया तो उसकी मां और भाई भी मौजूद थे।
आरोपी संदीप ने कहा, भाई और मां ने की पिटाई
चिट्ठी में उसने आगे लिखा- पीड़िता के कहने पर मैं अपने घर चला गया। मैं अपने पिता के साथ पशुओं को पानी पिला रहा था, तभी मुझे खबर मिली कि पीड़िता की मां और उसके भाई ने उसे पीटा है। उसे गंभीर चोट आई जिसके बाद उसकी मौत हो गई। संदीप ने कहा- मैंने ना कभी पीड़िता को मारा और ना ही उसके साथ कोई गलत काम किया।
आरोपी ने कहा, हम निर्दोष हैं
संदीप ने कहा- इस मामले में मैं और मेरा रिश्तेदार रवि निर्दोष है। हम एसपी से अनुरोध करते हुए पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं। हाथरस जेल अधीक्षक ने आरोपी द्वारा चिट्ठी लिखे जाने की पुष्टि की है।
गांव का एक पक्ष भी मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहा है। लोगों ने कहा- मामले की सीबीआई जांच के साथ दोनों पक्षों का नार्को टेस्ट होना चाहिए। वहीं, पीड़िता के परिवार की भी मांग है कि दोषियों को कड़ी से कड़ी दी जाए।
क्या है मामला?
हाथरस में 14 सितंबर को कथित गैंगरेप का मामला सामने आया था। दावा किया जा रहा है कि आरोपियों ने लड़की की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी और उसकी जीभ भी काट दी। पीड़िता की 29 सितंबर को दिल्ली में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, पुलिस का कहना है कि दुष्कर्म नहीं हुआ है। सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में पेश हलफनामे में भी रेप की बात नहीं की गई है।