सार
संगीता की तस्वीरें मीडिया में आईं तो उनकी कहानी भी सामने आ गई। उनके जज्बे को लोग सैल्यूट कर रहे हैं। विसात पुलिस थाने में ही उन्होंने पेड़ में दुपट्टा बांधकर पालना बनाया हुआ है। वो बच्चों को झूला झुलाती नजर आईं।
अहमदाबाद. वर्किंग महिलाओं की जिंदगी में घर, परिवार, बच्चे और नौकरी सबकुछ एक साथ संभालना काफी मुश्किल हो जाता है। कई बार महिलाएं काम और घर की जिम्मेदारियों को मैनेज करने में यौद्धा बन जाती हैं। ऐसे ही एक महिला सिपाही मां और वर्दी के दोनों के फर्ज को बखूबी निभा रही हैं। उनके जज्बे को देख लोग सैल्यूट कर रहे हैं। थाने में पेड़ के तने में दुपट्टा बांध पालना बनाकर वो ड्यूटी पर ही बच्चे को खिलाती नजर आईं।
महिला सिपाही के लिए एक साल के बच्चे को संभालना कोई आसान काम नहीं। ऐसे में मासूम को साथ में लेकर ड्यूटी करने की कल्पना ही की जा सकती है। पर गुजरात के अहमदाबाद में पुलिस कॉन्स्टेबल संगीता परमार इस जिम्मेदारी को बखूबी निभा रही हैं।
बच्चे के साथ थाने में रोजाना तैनात है महिला सिपाही
उनके के सामने दो-दो चुनौतियां हैं। पहली तो कानून-व्यवस्था को संभालने की और दूसरी अपने एक साल के बच्चे को पालने-पोसने की। अपनी ड्यूटी निभाते हुए वह रोजाना इस चुनौती से पार पाती हैं। अहमदाबाद के विसात पुलिस थाने में उनकी तैनाती है।
बच्चा दूध पीता है तो घर नहीं छोड़ सकती
कॉन्स्टेबल संगीता परमार का कहना है, 'यह मुश्किल है लेकिन मेरी जिम्मेदारी एक मां और एक पुलिसकर्मी दोनों के रूप में है लिहाजा मुझे इस ड्यूटी को निभाना है। मेरा बच्चा अभी ठीक नहीं है इसलिए मुझे उसे अपने साथ लेकर आना पड़ता है। मैं उसे यहीं पर अपना दूध पिलाती हूं।'
मां के जज्बे को सैल्यूट कर रहे लोग
संगीता की तस्वीरें मीडिया में आईं तो उनकी कहानी भी सामने आ गई। उनके जज्बे को लोग सैल्यूट कर रहे हैं। विसात पुलिस थाने में ही उन्होंने पेड़ में दुपट्टा बांधकर पालना बनाया हुआ है। वो बच्चों को झूला झुलाती नजर आईं। अभी बच्चा छोटा और बीमार भी तो मां का दिल उससे दूर नहीं रह पाता। ऐसे में वो ड्यूटी पर बच्चे के साथ ही आती हैं।