सार
कोरोना संक्रमण के पीक में राजस्थान सरकार द्वारा मनमानी कीमतों पर खरीदे गए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने ट्वीट करके राहुल गांधी को सलाह दी कि वे श्वेत पत्र छोड़कर इन काले कारनामों पर ध्यान दें।
नई दिल्ली. कोरोना संक्रमण के पीक में राजस्थान में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदी में हुई गड़बड़ी का मुद्दा राजनीतिक तूल पकड़ता जा रहा है। केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने इस संबंध में दैनिकभास्कर में छपी खबर के साथ एक ट्वीट किया है। इसमें उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सलाह दी है कि वे श्वेत पत्र लाने के षड्यंत्रों को छोड़ें और इन काले-संदिग्ध कारनामों पर ध्यान केंद्रित करें।
पहले पंजाब और अब राजस्थान महामारी में मुनाफाखोरी कर रहे
केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट में लिखा कि कांग्रेस शासित पहले पंजाब और अब राजस्थान में महामारी में मुनाफाखोरी प्रचलन में है। राजस्थान सरकार द्वारा बढ़ी हुई कीमतों में खरीदे गए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भ्रष्टाचार का कारण बनते हैं।
35 हजार के कंसंट्रेटर 1 लाख रुपए तक में खरीदे
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान सरकार ने 20 हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदे हैं। ये दलालों के जरिये खरीदे गए। उन्होंने 35-40 हजार के कंसंट्रेटर 1 लाख रुपए तक में खरीद लिए। यही नहीं, ज्यादातर कंसंट्रेटर 2 मई को खरीदे गए, जब कोरोना का पीक निकल चुका था। भास्कर टीम ने दावा किया था कि उसने इस मामले की पड़ताल के लिए 11 जिलों के 65 हजार स्वास्थ्य केंद्रों का डेटा सर्च किया।
भाजपा की राजस्थान इकाई भी इस मामले को खूब उछाल रही है