सार

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मीडिया में आयी उन खबरों को भ्रामक बताया, जिनमें कहा जा रहा है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने निर्वाचन आयोग से कहा है कि ‘जिन राज्यों में चुनाव होना है, वहां ओमीक्रोन के बहुत कम मामलों को देखते हुए चिंता’ की कोई बात नहीं है।

नई दिल्ली. पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच चुनाव को लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मीडिया में आयी उन खबरों को भ्रामक बताया, जिनमें कहा जा रहा है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने निर्वाचन आयोग से कहा है कि ‘जिन राज्यों में चुनाव होना है, वहां ओमीक्रोन के बहुत कम मामलों को देखते हुए चिंता’ की कोई बात नहीं है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘इन खबरों में महामारी के बीच भ्रामक सूचना का एक अभियान शुरू करने की बहु अधिक क्षमता है।  मीडिया में आयी कुछ खबरों में कहा जा रहा है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की कल भारत के निर्वाचन आयोग से हुई बैठक में कहा गया कि ‘देश में कोविड की स्थिति को लेकर चिंता की बात नहीं है’ और ‘चुनाव वाले राज्यों में ओमिक्रॉन के बहुत कम मामलों को देखते हुए चिंता की कोई बात नहीं है।” ऐसी खबरें बेहद गलत, भ्रामक और सच्चाई से परे हैं।


किन राज्यों में होना है चुनाव
 यूपी, उत्तराखंड, मणिपुर, गोवा और पंजाब  में चुनाव होने हैं। कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर हाल ही में चुनाव आयोग ने इन पांचों राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखा था। पत्र में कोरोना वैक्सीन की पहली डोज और दूसरी डोज की रफ्तार बढाने का निर्देश दिया गया था। चुनाव आयोग का निर्देश है कि कोरोना वैक्सीनेशन की पहले डोज का प्रतिशत अधिक होना चाहिए। साथ ही दूसरी डोज का प्रतिशत भी बढ़े। 

ओमिक्रॉन की संख्या में भी बढ़ोत्तरी
कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मामलों में भी इजाफा हो रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में ओमिक्रोन के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 3,007 हुई। महाराष्ट्र और दिल्ली में ओमिक्रोन के सबसे ज्यादा 876 और 465 मामले हैं। ओमिक्रॉन के 3007 मरीजो में से 1199 मरीज डिस्चार्ज हो गए हैं।  

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