सार
देश में कोरोना के कुल 5734 कोरोना संक्रमित मामलों की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया, देश में कोरोना से कुल 166 मौत हो चुकी है। अब तक 473 लोग ठीक और अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके हैं।
नई दिल्ली. देश में कोरोना के कुल 5734 कोरोना संक्रमित मामलों की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया, देश में कोरोना से कुल 166 मौत हो चुकी है। अब तक 473 लोग ठीक और अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके हैं। पिछले 24 घंटों में 549 नए मामले सामने आए हैं और 17 मौतें हुई हैं। हरियाणा के करनाल जिले में एडॉप्ट ए फैमिली अभियान के तहत 13000 जरूरतमंद परिवारों को 64 लाख रुपए की मदद दी जा रही है।
कोरोना से निपटने के लिए रेलवे के हॉस्पिटल तैयार
लव अग्रवाल ने बताया, रेलवे ने 2,500 से अधिक डॉक्टरों और 35,000 पैरामेडिक्स कर्मचारियों को तैनात किया है। उनकी 586 हेल्थ यूनिट्स, 45 सब डिविजनल हॉस्पिट, 56 डिविजनल हॉस्पिटल, 8 प्रोडक्शन यूनिट्स हॉस्पिटल और 16 जोनल हॉस्पिटल को तैयार किया गया है।
1.7 करोड़ पीपीई और 49,000 वेंटिलेटर का ऑर्डर
पीपीई (Personal protective equipment), मास्क और वेंटिलेटर की आपूर्ति अब शुरू हो गई है। भारत में 20 घरेलू निर्माताओं को पीपीई के लिए तैयार किया गया है। 1.7 करोड़ पीपीई के लिए ऑर्डर दिए गए हैं और आपूर्ति शुरू हो गई है। 49,000 वेंटिलेटर का आदेश दिया गया है।
3 से 5 प्रतिशत की दर से आ रहे कोरोना पॉजिटिव
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के मुताबिक, 1,30,000 नमूनों का अब तक परीक्षण किया जा चुका है। इनमें से 5,734 नमूनों का परीक्षण आज तक पॉजिटिव है। पिछले एक से डेढ़ महीनों में पॉजिटिव केस 3-5% के बीच है। इसमें ज्यादा वृद्धि नहीं हुई है। कल हमने 13,143 नमूनों का परीक्षण किया।
5 हजार कोच में बन रहे 80,000 आइसोलेशन वार्ड
5 हजार कोच में 80,000 आइसोलेशन वार्ड बनाए जा रहे हैं। अभी तक 3250 आइसोलेशन वार्ड बनाए जा चुके हैं।
गृह मंत्रालय में भी बना कंट्रोल रूम
गृह मंत्रालय के मुताबिक, राज्य सरकारें लॉकडाउन के काम में जुटी हुई हैं। कल गृह मंत्रालय ने जो कंट्रोल रूम बनाया है। उसके द्वारा 24 घंटे में 300 से ज्यादा समस्याओं का निपटारा किया गया है। नॉर्थ ईस्ट के लिए लगाई गई हेल्पलाइन 1944 भी सही तरीके से काम कर रही है।
हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन पर सरकार ने क्या कहा?
लव अग्रवाल ने हाईड्रॉक्सीक्लोरोक्विन के एक सवाल पर जवाब देते हुए कहा, हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन केवल उन रोगियों और डॉक्टरों के लिए दिया जाना है जो संक्रमण के संपर्क में हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन हृदय रोगियों के लिए हानिकारक हो सकता है और इसका उपयोग नहीं किया जाना चाहिए।