सार
Samosa Controversy: हिमाचल प्रदेश में समोसा विवाद राजनीतिक रंग लेता जा रहा है। समोसा को लेकर राज्य की सुक्खू सरकार को घेरते हुए भाजयुमो ने शनिवार को समोसा मार्च निकाला। युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने रैली निकालकर नारा लगाया कि सुक्खूजी, समोसा किसने खाया? यह नाटकीय विरोध प्रदर्शन सीएम सुखविंदर सिंह सुखू के लिए बनाए गए नाश्ते को गलती से उनके सुरक्षा कर्मचारियों को परोस दिए जाने के बाद सीआईडी से जांच कराए जाने के बहस के बीच हुआ।
भाजयुमो ने सुक्खू के पोस्टर को खिलाया समोसा
भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के पोस्टर को समोसा खिलाते हुए पोस्ट वायरल किए। वे नारे लगा रहे थे कि सुखू जी का समोसा किसने खाया? सीएम सुखू का समोसा किसने खाया?
क्यों विपक्षी नेता घेर रहे कांग्रेसी सीएम को?
दरअसल, 21 अक्टूबर को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, सीआईडी हेडक्वार्टर के दौरे पर गए थे। मुख्यालय पर उनके नाश्ते के लिए समोसा ऑर्डर किया गया था। लेकिन बताया जा रहा है कि गलती से समोसा को सीएम की बजाय उनके सुरक्षाकर्मियों में बांट दिया गया। मुख्यमंत्री के दौरे पर हुई गड़बड़ी को लेकर सीआईडी के अधिकारी अपना आंतरिक जांच वगैरह कर रहे हैं कि चूक या गलती कैसे हुई। यह मामला सार्वजनिक होने के बाद बीजेपी ने कांग्रेस पर जोरदार ढंग से कटाक्ष किया और इसे मुद्दा बना दिया।
यह केवल अनुशासनात्मक इशू:सुक्खू
हालांकि, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ऐसी किसी घटना से इनकार करते हुए सीआईडी जांच किसी दूसरी घटना की होने और मीडिया द्वारा उसे गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मीडिया ने बेवजह बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर दिया। यह केवल अनुशासनात्मक इशू के लिए किया गया था। मीडिया ने घटना को गलत तरीके से पेश किया है।
बीजेपी नेता हिमाचल के पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि यह जांच एक खराब शासन का उदाहरण है। हिमाचल में लिए गए फैसले पूरे देश में हंसी का पात्र बन रहे हैं। एक साधारण स्नैक की गड़बड़ी जांच बन जाती है। यह सरकार की प्राथमिकताओं को दर्शाता है।
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