सार
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट के बोगतई गांव में 21 मार्च को हुई हिंसा (West Bengal Political Violence) का मामला चर्चाओं में हैं। इस बीच दिल्ली के बुराड़ी ग्राउंड में ऐसे ही तमाम मुद्दों को लेकर 3 अप्रैल को हिंदू महापंचायत का ऐलान किया गया है। वहीं, इस नरसंहार को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी(Chief Minister Mamata Banerjee) भी सोशल मीडिया पर जबर्दस्त निशाने पर हैं।
नई दिल्ली. बीरभूम हिंसा बीच दिल्ली के बुराड़ी ग्राउंड में समान शिक्षा कानून, समान नागरिकता संहिता, घुसपैठ नियंत्रण कानून, धर्मांतरण नियंत्रण कानून, देवस्थान मंदिर मुक्ति आदि मुद्दों को लेकर 3 अप्रैल को हिंदू महापंचायत का ऐलान किया गया है। वहीं, पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट के बोगतई गांव में 21 मार्च को हुई हिंसा (West Bengal Political Violence) का मामला भी चर्चाओं में हैं। इस नरसंहार को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी(Chief Minister Mamata Banerjee) भी सोशल मीडिया पर जबर्दस्त निशाने पर हैं।
West Bengal Political Violence: आखिर लोकतंत्र की आत्मा जाग उठी
हिंदू पंचायत के ऐलान को को लेकर श्रीलक्ष्मण गुप्ता हिंदू #HRD सदस्य नामक twitter पेज पर इसका पोस्टर शेयर करते हुए लिखा गया-बंगाल में हिंदू जल रहा है का सच...#बीरभूम हिंसा..आखिर मुसलमानों की मौत होते ही लोकतंत्र की आत्मा जाग उठी? बीरभूम हिंसा पर पूरे लोकतंत्र की आत्मा जाग उठी। कलकत्ता कोर्ट ने सबसे पहले कहा, जहां घटना हुई वहां CCTV लगवाएं। यानी कि ममता बनर्जी कही सबूतों से छेड़छाड़ न करें।
सोशल मीडिया पर ट्रेंड में है #RampurhatMassacre
सोशल मीडिया पर बीरभूम हिंसा का मामला ट्रेंड में है। एक यूजर ने लिखा-जब ममता ने चुनाव जीता और TMC की भीड़ हिंदू घरों की तरफ हमला करने के लिए दौड़ पड़ी थी? 200 से ज्यादा BJP कार्यकर्ताओ को 2 महीने में ही मार दिया गया, वो वीडियो हर किसी ने देखे।
एक यूजर P.N.Rai ने लिखा-ममता की हठ पर अदालत की लठ। बीरभूम हिंसा मामले को कोलकाता हाईकोर्ट ने सीबीआई के हवाले किया।
Shazad Choudhary नामक यूजर ने लिखा-पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हुई घटना पर दीदी ने बड़ी आसानी से BJP को जिम्मेदार बताकर पल्ला झाड़ लिया। मुसलमान तो इसी से खुश हो गया होगा कि दीदी ने BJP को दोषी बताया। तरस आता है। पता कीजिए मृतक लोग कौन है?आखें खुल जाएंगी। आपकी हर बेगुनाह मौत पर सत्ता से सवाल करना सीखिए। भोले मत बनिए।
Shivam Singh नामक यूजर ने कहा-बीरभूम, पश्चिम बंगाल नरसंहार पर अभी भी सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी का कोई बयान नहीं आया है। मैं अगर सच हूं तो आगे भी इनका कोई बयान नहीं आएगा. यूपी में भैंस चोरी हो जाती तो चिल्ला पड़ते।
sandip kumar ने लिखा-क्यों भाइयों कुछ पता चला कि ममता दीदी बीरभूम क्यों गईं?5-5 लाख मुआवजा और एक नौकरी किसे मिलेगी? वैसे सीबीआई ढूंढ़ने निकल चुकी है। देखते हैं कि कोलकाता हाईकोर्ट के सामने धरना देने और खेला होबे कहने कब जाएगी दीदी... यहां भी तुष्टिकरण।
Bhuvan Kumar ने लिखा-बंगाल के बीरभूम हिंसा पर क्यों चुप हैं सभी ढोंगी सेकुलर पाटिंयां-कांग्रेस, आप, सपा ,बसपा, राजद, एनसीपी, डीएमके, तेलगुदेशम, टीआरएस, शिवसेना..???
बीरभूम गांव में हिंसा की वजह
बोगतई गांव में हिंसा का यह तांडव तृणमूल कांग्रेस(TMC) के स्थानीय नेता और बरशल ग्राम पंचायत बोकतुई के उप प्रमुख भादु शेख की 21 मार्च को हत्या(TMC leader Bhadu Sheikh was killed on Monday) के बाद शुरू हुआ था। भादु पर पुरानी रंजिश के चलते बम से हमला किया गया था। उनकी मौत की खबर के सुनकर टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने उपद्रव शुरू कर दिया था। कहा जा रहा है कि TMC के समर्थकों ने भाजपा समर्थकों के घरों में आग लगा दी। इस मामले की जांच कलकत्ता हाईकोर्ट ने CBI को सौंप दी है।