सार
पीएम नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन (New Parliament Building) का उद्घाटन किया। इसे बनाने में करीब 1,200 करोड़ रुपए की लगात आई है। मौजूदा संसद भवन को 83 लाख रुपए में बनाया गया था।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने रविवार को नए संसद भवन (New Parliament Building) का उद्घाटन किया। उन्होंने 10 दिसंबर 2020 को इसका शिलान्यास किया था। जनवरी 2021 में निर्माणकार्य शुरू हुआ था। मौजूद संसद भवन को बनाने में 83 लाख रुपए की लागत आई थी। नए संसद भवन बनाने में 1,200 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं।
वर्तमान संसद भवन और नए भवन के बीच ये हैं प्रमुख अंतर
सांसदों के बैठने के लिए अधिक जगह: नए संसद भवन में अधिक सांसदों के बैठने की जगह है। लोकसभा में 888 और राज्यसभा में 300 सांसद बैठ सकते हैं। मौजूदा संसद भवन के लोकसभा में 543 और राज्यसभा में 250 सांसदों के बैठने की जगह है।
65,000 वर्ग मीटर में फैला है नया संसद भवन: नया संसद भवन 65,000 वर्ग मीटर में फैला है। पुराना संसद भवन गोलाकार है। इसका व्यास 560 फीट (170.69 मीटर) है। यह 24,281 वर्ग मीटर में फैला है।
संयुक्त सत्रों के लिए होगा लोकसभा कक्ष का इस्तेमाल: नए भवन में सेंट्रल हॉल नहीं है। वर्तमान में सेंट्रल हॉल का इस्तेमाल लोकसभा और राज्यसभा के संयुक्त सत्रों के लिए होता है। नए भवन के लोकसभा कक्ष का इस्तेमाल संयुक्त सत्रों के लिए होगा।
नए भवन में मिलेंगी अत्याधुनिक सुविधाएं: पुराने संसद भवन में आग से सुरक्षा बड़ी चुनौती है। इसे वर्तमान के अग्नि सुरक्षा मानदंड के अनुरूप डिजाइन नहीं किया गया है। कई नए इलेक्ट्रिक केबल्स लगाए गए हैं, जिससे आग लगने का खतरा बढ़ गया है। इसके अलावा, पानी की सप्लाई के लिए लगाए गए पाइपों, सीवर लाइनों, एयर कंडीशनिंग, अग्निशमन, सीसीटीवी, ऑडियो-वीडियो सिस्टम आदि जैसी सेवाओं में समय के साथ वृद्धि हुई है। इससे रिसाव की परेशानी हो रही है।
नए भवन के निर्माण में अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है। इसमें मतदान में आसानी के लिए बायोमेट्रिक्स, डिजिटल लैंग्वेज इंटरप्रिटेशन, ट्रांसलेशन सिस्टम और प्रोग्राम करने योग्य माइक्रोफोन लगे हैं। हॉल के अंदरूनी हिस्सों में वर्चुअल साउंड सिमुलेशन फिट किया गया है ताकि प्रतिध्वनि का सही स्तर तय किया जा सके और गूंज को सीमित किया जा सके।
अलग है दोनों भवन का डिजाइन: वर्तमान संसद भवन औपनिवेशिक युग की इमारत है। इसे ब्रिटिश आर्किटेक्ट सर एडविन लुटियंस और हर्बर्ट बेकर ने डिजाइन किया था। नए भवन को वास्तुकार बिमल पटेल की कंपनी एचसीपी डिजाइन, योजना और प्रबंधन द्वारा डिजाइन किया गया है। यह कंपनी गुजरात की है।
नए भवन को बनाने में खर्च हुए हैं 1,200 करोड़ रुपए
नए संसद भवन को बनाने में करीब 1,200 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। यह सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का हिस्सा है। पुराने संसद भवन का निर्माण 1921 से 1927 के बीच हुआ था। इसे बनाने में 83 लाख रुपए खर्च हुए थे।