सार
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने भारत बायोटेक द्वारा बनाई गई नेजल वैक्सीन इन्कोवैक (Incovacc) के बूस्टर डोज के लिए मंजूरी दे दी है। ये नैजल वैक्सीन CoWin पर उपलब्ध है। अगर आप भी नेजल वैक्सीन लेना चाहते हैं, तो इसके लिए 9 आसान स्टेप्स में ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं।
Nasal Vaccine Incovacc Online Booking: कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने भारत बायोटेक द्वारा बनाई गई नेजल वैक्सीन इन्कोवैक (Incovacc) के बूस्टर डोज के लिए मंजूरी दे दी है। ये नैजल वैक्सीन CoWin पर उपलब्ध है। इस वैक्सीन को भारत सरकार ने अपने कोविड-19 वैक्सीनेशन प्रोग्राम में शामिल किया है। बता दें कि नेजल वैक्सीनेशन जनवरी के चौथे हफ्ते से शुरू हो जाएगा। अगर आप भी नेजल वैक्सीन लेना चाहते हैं, तो इसके लिए ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं। आइए 9 आसान स्टेप्स में जानते हैं, कैसे बुक करें ऑनलाइन स्लॉट।
स्टेप 1- सबसे पहले CoWin पोर्टल www.cowin.gov.in पर जाएं।
स्टेप 2- इसके बाद राइट साइड में लॉगिन/साइन-इन करने के लिए अपना मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड करें।
स्टेप 3- अगर आपका मोबाइल नंबर पहले से रजिस्टर्ड है तो OTP यूज करके लॉगिन करें।
स्टेप 4- CoWin में लॉगिन करने के बाद वैक्सीनेशन कब-कब होगा, इसकी लिस्ट चेक करें।
स्टेप 5- इसके बाद जिले का नाम या फिर पिनकोड डालकर वैक्सीन सेंटर सर्च करें।
स्टेप 6- इसके बाद अपनी पसंद का सेंटर चुनने के साथ ही नेजल वैक्सीन बूस्टर डोज, तारीख और समय चुनें।
स्टेप 7- इसके बाद अपने वैक्सीनेशन स्लॉट को कन्फर्म करें।
स्टेप 8- अब नेजल वैक्सीन incovacc की बुकिंग के लिए पेमेंट करना होगा। बता दें कि इसका रेट सरकारी अस्पताल के लिए 325 रुपए और प्राइवेट के लिए 800 रुपए है।
स्टेप 9- पेमेंट करते ही incovacc नेजल वैक्सीन के लिए आपका स्लॉट बुक हो जाएगा।
किसे दी जा सकेगी नैजल वैक्सीन?
नेजल वैक्सीन 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को दी जाएगी। बता दें कि भारत बायोटेक ने 6 सितंबर, 2022 को ये ऐलान किया था कि उसकी दुनिया की पहले इंट्रानेजल कोरोना वैक्सीन iNCOVACC (BBV154) को DGCI की ओर 18 साल से ऊपर के लोगों के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है।
कैसे दी जाएगी नैजल वैक्सीन?
नैजल वैक्सीन iNCOVACC कोविशील्ड या कोवैक्सीन की तरह इंजेक्शन के जरिए नहीं दी जाएगी। इसे नाक के जरिए स्प्रे करके दिया जाएगा। IMA के सेक्रेटरी अनिल गोयल के मुताबिक, नेजल वैक्सीन भी दूसरी वैक्सीन की तरह ही असरकारक है। इसका सबसे बड़ा फायदा ये है कि इसे इंजेक्शन की तरह लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, बल्कि नाक के जरिए लिया जा सकेगा। बता दें कि इस वैक्सीन को वाशिंगटन यूनिवर्सिटी, सेंट लुइस के साथ मिलकर बनाया है।
नॉर्मल वैक्सीन से ज्यादा असरकारक :
बता दें कि नेजल वैक्सीन दूसरी तरह की वैक्सीन से ज्यादा असरकारक साबित होगी। इसकी एक वजह ये है कि कोरोना और दूसरे वायरस म्यूकोसा के जरिए शरीर में प्रवेश करते हैं। म्यूकोसा नाक, फेफड़ों और पाचन तंत्र में पाया जाने वाला एक चिपचिपा पदार्थ होता है। जब नेजल वैक्सीन को नाक से दिया जाएगा तो ये सीधे म्यूकोसा में ही इम्यून रिस्पॉन्स पैदा कर देगी, जिससे संक्रमण को समय रहते रोका जा सकेगा। दूसरी ओर, इंजेक्शन के जरिए शरीर में दी जाने वाली वैक्सीन को रिस्पांस करने में वक्त लगता है।
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