भारत-चीन सीमा पर एक कथित चीनी जासूस रोबोट का वीडियो वायरल है। दावा है कि यह भारतीय गतिविधियों की निगरानी के लिए तैनात है। हालाँकि, इस वीडियो की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है और इसकी प्रामाणिकता संदिग्ध है।
भारत-चीन सीमा पर एक चीनी जासूस रोबोट देखे जाने का दावा करते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर बड़े पैमाने पर शेयर किया गया है। वीडियो में एक ऊंचे पहाड़ी घास के मैदान के पास एक रोबोट को घूमते हुए देखा जा सकता है। वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास एक विशाल बर्फीली घाटी में अकेले घूमते हुए इंसान जैसी मशीन का वीडियो वायरल हो गया है।
ह्यूमनॉइड रोबोट
सोशल मीडिया से मिली जानकारी के मुताबिक, ह्यूमनॉइड रोबोट को वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास घाटी में देखा गया है। जब कैमरा ज़ूम इन करता है, तो चीन के इलाके में सीधे खड़े एक रोबोटिक गार्ड जैसी चीज़ दिखाई देती है। यह ह्यूमनॉइड रोबोट भारत की ओर नज़र गड़ाए खड़ा है। सोशल मीडिया यूजर्स ने यह भी दावा किया है कि यह ह्यूमनॉइड रोबोट इस बेहद रणनीतिक सीमा क्षेत्र में चीन की नई निगरानी तैनाती का हिस्सा हो सकता है। कई लोगों ने लिखा है कि यह भारतीय सेना की गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए पूरी तरह से काम करने वाला एक रोबोट है।
आधिकारिक प्रतिक्रिया
हालांकि इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर देश की सुरक्षा को लेकर बड़ी चिंता पैदा कर दी है, लेकिन भारत की ओर से इस वीडियो के बारे में अब तक कोई आधिकारिक सफाई नहीं आई है। दोनों देशों के रक्षा विभागों ने इस घटना पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। इसलिए, कुछ लोगों ने राय दी है कि यह किसी उपकरण का स्टैंड हो सकता है जिसे गलत समझा गया, या यह एक ऑप्टिकल भ्रम या निगरानी के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला नकली ढांचा हो सकता है।
वहीं, सैन्य प्रौद्योगिकी और रोबोटिक्स के क्षेत्र में चीन की तरक्की को देखते हुए ऐसे आर्टिफिशियल सेल्फ-सर्विलांस सिस्टम या ह्यूमनॉइड रोबोट की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। खासकर ऐसे समय में जब अरुणाचल प्रदेश पर चीन का दावा पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हो गया है। साथ ही, इतनी असाधारण खोज के बावजूद केंद्र सरकार या भारतीय सेना की ओर से कोई स्पष्टीकरण न देना भी सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है।
