सार

हैदराबाद में दो बेटियों ने अपनी माँ के निधन के बाद 7 दिन उनके शव के साथ बिताए। आर्थिक तंगी और सदमे के कारण वे अंतिम संस्कार नहीं कर पाईं।

हैदराबाद. पति के बिना, दो बच्चों के साथ रहने वाली माँ की आर्थिक स्थिति धीरे-धीरे सुधर रही थी। भारी कर्ज से जूझ रहे परिवार की ज़िम्मेदारी दोनों बेटियों ने उठा ली थी। मार्केटिंग और सेल्स में काम करके परिवार का खर्च चला रही थीं। माँ की सेहत भी खराब थी। इसलिए दोनों बच्चों की कमाई माँ के इलाज में ही खर्च हो जाती थी। इसी बीच अचानक माँ का देहांत हो गया। सुबह उठकर माँ को न पाने का सदमा बच्चों पर गहरा असर कर गया। उनके पास एक पैसा भी नहीं था। ये सब बच्चों को अवसाद में धकेल दिया। नतीजा, एक हफ्ता माँ के शव के साथ बिताने की घटना हैदराबाद में घटी।

दो बच्चों की माँ की उम्र 45 साल थी। पति न होने के कारण दोनों बच्चों को माँ ने अकेले संघर्ष करके पाला था। अच्छे स्कूल-कॉलेज में नहीं भेज पाईं। लेकिन जैसे-तैसे मेहनत करके, कम से कम पढ़ाई पूरी करवाई। फिर सीधे मार्केटिंग में नौकरी कर ली। आने वाले महीने की तनख्वाह से घर का खर्च, कर्ज, इलाज का खर्च भी पूरा नहीं हो पाता था।

25 और 22 साल की दोनों बेटियाँ परिवार चलाने के लिए बहुत मेहनत करती थीं। इसी बीच रात को खाना खाने के बाद माँ और दोनों बच्चे सो गए। आमतौर पर माँ पहले उठकर काम में लग जाती थीं। लेकिन बच्चे उठे तो माँ नहीं उठीं। माँ के न उठने पर बच्चों को झटका लगा। उन्होंने माँ को जगाने की कोशिश की। लेकिन माँ नहीं उठी। धड़कन, साँसें सब थम चुकी थीं।

माँ के गुज़र जाने की पुष्टि होते ही दोनों बेटियों को सदमा लगा। एक तरफ पालने वाली माँ का न होना, दूसरी तरफ अंतिम संस्कार के लिए एक रुपया भी न होना। पहले से ही कर्ज में डूबे होने के कारण किसी से मांग भी नहीं सकती थीं। ये हालात बच्चों को अवसाद में धकेल दिया। माँ के गुज़रने के दिन से पूरे 7 दिन तक माँ के शव के साथ रहीं। काम पर भी नहीं गईं। सदमा, अवसाद, आर्थिक तंगी, ये सब बच्चों को और भी तोड़ दिया।

7 दिन बाद माँ के शव से बदबू आने लगी। अब दोनों बच्चों के लिए घर में रहना मुश्किल हो गया। हिम्मत करके बड़ी बेटी ने पुलिस को फोन करके सूचना दी। हालात बताए। पुलिस तुरंत मौके पर पहुँची। महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। दोनों बच्चों को काउंसलिंग के लिए अस्पताल में भर्ती कराया।

घटना की जानकारी देते हुए हैदराबाद पुलिस ने बताया कि महिला और दोनों बच्चे ही रहते थे। महिला का पति सालों पहले घर छोड़कर चला गया था। कहाँ है, इसकी कोई जानकारी नहीं है। लेकिन कर्ज बना रहा। इसने परिवार को आर्थिक तंगी में डाल दिया। मामले की जाँच जारी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।