सार
कोरोना वायरस के प्रकोप से सर्वाधिक प्रभावित चीनी शहर वुहान से भारत अपने नागरिकों को हवाई मार्ग से निकालने की तैयारियां कर रहा है। इस बीच, चीन ने बुधवार को कहा कि यदि कोई देश अपने नागरिकों को बाहर निकालने का आग्रह करता है तो उसमें पूरी सहायता की जाएगी।
बीजिंग. कोरोना वायरस के प्रकोप से सर्वाधिक प्रभावित चीनी शहर वुहान से भारत अपने नागरिकों को हवाई मार्ग से निकालने की तैयारियां कर रहा है। इस बीच, चीन ने बुधवार को कहा कि यदि कोई देश अपने नागरिकों को बाहर निकालने का आग्रह करता है तो उसमें पूरी सहायता की जाएगी। भारत के अलावा अमेरिका, फ्रांस, जापान, दक्षिण कोरिया समेत अन्य देश भी मध्य हुबेई प्रांत और इसकी राजधानी वुहान से अपने नागरिकों को हवाई मार्ग के जरिये बाहर निकालने का इंतजाम कर रहे हैं।
घातक कोरोना वायरस से अब तक चीन के हुबेई प्रांत में 132 मौतें हो चुकी हैं और छह हजार लोग संक्रमित हो गए हैं। भारत ने हुबेई प्रांत से अपने 250 नागरिकों को निकालने का इंतजाम किया है जिनमें अधिकांश छात्र और पेशेवर व्यक्ति हैं। भारतीय दूतावास ने 250 भारतीयों को हुबेई प्रांत से बाहर निकालने की तैयारियों के अंतिम चरण में बुधवार को ऑनलाइन अनुमति पत्र वितरित किए।
14 दिन तक बाकी लोगों से रहना होगा दूर
पत्र के अनुसार नागरिकों को भारत पहुंचने पर 14 दिन अनिवार्य रूप से अन्य लोगों से अलग थलग रहना होगा। यदि विमान पर चढ़ने से पहले की गई चिकित्सकीय जांच में किसी नागरिक में संक्रमण पाया जाता है तो उसे बाहर निकालने से मना किए जाने की संभावना होगी या चीनी अधिकारियों की देखरेख में संक्रमण मुक्ति की प्रक्रिया से गुजारा जा सकता है। दूतावास ने अंतिम सूची बनाने के लिए नागरिकों का पूरा नाम, पासपोर्ट संख्या, पता इत्यादि संपूर्ण विवरण मांगा है।
भारत ने 2 विमानों के लिए मांगी अनुमति
अधिकारियों के अनुसार भारत ने चीन सरकार से अनुरोध किया है कि वह हुबेई प्रांत से भारतीयों को निकालने के लिए दो विमानों की अनुमति दे। विदेशियों को बाहर निकालने का काम देख रहे चीनी विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि यदि कोई देश अपने नागरिकों को बाहर निकालने का आग्रह करता है तो चीन उसके लिए उचित इंतजाम करेगा। चीनी विदेश मंत्रालय ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा, “हुबेई प्रांत के वुहान में सभी देशों के नागरिकों के जीवन और स्वास्थ्य की रक्षा के महत्व को चीन समझता है और उनकी चिंताओं और मांगों का समय रहते निराकरण करने का प्रभावी और सक्रिय प्रयास जारी रखेगा।”
हर देश की मदद करेगी चीन
मंत्रालय ने कहा, “यदि कोई देश वुहान से अपने नागरिकों को निकालने का आग्रह करता है तो चीन उचित इंतजाम करेगा तथा अंतरराष्ट्रीय नियमों और संक्रमण को रोकने के चीन के प्रावधानों के अनुसार आवश्यक सहायता और सुविधा प्रदान करेगा।”
पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश समेत अफ्रीकी देशों के नागरिकों के भी हुबेई प्रांत में फंसे होने की खबर है। खबर है कि दूतावास ने कथित तौर पर उन भारतीयों की सूची बना ली है जिन्हें हवाई मार्ग से बाहर निकाला जाना है। भारतीय दूतावास ने वुहान में इस संकट का सामना कर रहे भारतीयों की मदद के लिए तीन हॉटलाइनें खोली हैं।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)