सार
पाकिस्तान के सिक्योरिटी ऑफिसर्स ने बताया कि आत्मघाती हमलावर ने जुहर (दोपहर) की नमाज के दौरान खुद को उड़ा दिया।
India condemns Peshawar Mosque blast: भारत सरकार ने सोमवार को पाकिस्तान के एक मस्जिद में हुए फिदायिन हमले की निंदा की है। पश्चिमोत्तर पाकिस्तान के भीड़भाड़ वाले पेशावर मस्जिद में सुसाइड बॉम्बर के हमले से कम से कम 93 लोग मारे गए जबकि सवा दो सौ से अधिक घायल हैं। भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, "भारत सोमवार को पेशावर में हुए आतंकी हमले के पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता है। हम इस हमले की कड़ी निंदा करते हैं, जिसने इतने लोगों की जान ले ली।"
दोपहर नमाज के दौरान फिदायिन ने फोड़ा बम
पाकिस्तान के सिक्योरिटी ऑफिसर्स ने बताया कि आत्मघाती हमलावर ने जुहर (दोपहर) की नमाज के दौरान खुद को उड़ा दिया। इस विस्फोट में मस्जिद के इमाम साहिबजादा नूर उल अमीन की भी मौत हो गई। फिदायिन हमले में 93 से अधिक लोग मारे गए और 221 घायल हुए थे।
पाकिस्तानी तालिबान के कमांडर ने ली हमले की जिम्मेदारी
पेशावर मस्जिद में हुए ब्लास्ट की जिम्मेदारी पाकिस्तानी तालिबान के एक कमांडर ने ली है। पाकिस्तानी तालिबान के कमांडर सरबकफ मोहम्मद ने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से हमले की जिम्मेदारी ली है। जबकि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने बमबारी से खुद को अलग करते हुए यह दावा किया है कि मस्जिदों, मदरसों और धार्मिक स्थलों को निशाना बनाना उसकी नीति के खिलाफ था।
टीटीपी पाकिस्तान का आतंकी समूह...
टीटीपी यानी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्र में सबसे अधिक सक्रिय संगठन है। पाकिस्तान में इसे आतंकी संगठन के तौर पर बैन लगाया जा चुका है। इसके आत्मघाती और आतंकी हमलों से त्रस्त होकर पाकिस्तान सरकार ने समझौता किया था। इसके बाद यह संगठन हमलों को रोक लगा दिया था। बीते नवम्बर में इस संगठन ने पाकिस्तानी सेना के साथ अपने सीज फायर को खत्म कर दिया। पिछले 15 वर्षों से, टीटीपी ने पाकिस्तानी सेना के खिलाफ विद्रोह छेड़ रखा है। संगठन पाकिस्तान में तालिबानी कानून या शरिया कानूनी लागू करने की मुहिम छेड़े हुए है। संगठन का सरकार पर भी खूब दबाव है। पिछले दिनों सरकार ने इसके हिरासत में लिए गए सदस्यों को रिहा किया गया और खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्र में पाकिस्तानी सेना को कम किया।
यह भी पढ़ें: