सार

अमेरिका के टेक्सास राज्य में पिछले दिनों हुए आतंकी हमले को लेकर भारत ने चिंता जताते हुए बिना पाकिस्तान की नाम लिए उसकी गतिविधियों को उजागर किया। भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला(Harsh Vardhan, Foreign Secretary of India) ने आतंकवादियों के इंटरनेशनल नेटवर्क से दुनिया को आगाह किया।

नई दिल्ली. पिछले दिनों अमेरिका के टेक्सास में हुए आतंकी हमले को लेकर भारत की प्रतिक्रिया सामने आई है। भारत ने चिंता जताते हुए बिना पाकिस्तान की नाम लिए उसकी गतिविधियों को उजागर किया। भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला(Harsh Vardhan, Foreign Secretary of India) ने आतंकवादियों के इंटरनेशनल नेटवर्क से दुनिया को आगाह किया।  बता दें कि शनिवार 15 जनवरी को कोलीविल के फोर्ट वर्थ के पास स्थित कॉन्ग्रेगेशन बेथ इजराइल (यहूदी धर्म स्थल) में अकरम ने चार लोगों को बंधक बना लिया था। उसने पाकिस्तानी वैज्ञानिक आफिया सिद्दीकी (Pakistani Scientist Aafia Siddiqui) की रिहाई की मांग की थी। हालांकि इस मामले में ब्रिटेन की पुलिस ने दो किशोरों को गिरफ्तार किया था। ब्रिटेन की ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस ने रविवार को टेक्सास हमले की जांच के तहत दो किशोरों को गिरफ्तार किया। 

पाकिस्तान में आतंकवादी नेटवर्क
हर्षवर्धन श्रृंगला ने टेक्सास की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि भारत के पड़ोस में आतंक का अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क सक्रिय है। हालांकि उन्होंने पाकिस्तान का सीधे तौर पर नाम नहीं लिया। विदेश सचिव ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद नेटवर्क से दुनिया में पैदा हुए खतरे को रोकने एक स्पष्ट, अविभाजित, प्रभावी और सामूहिक प्रतिक्रिया की जरूरत है। विदेश सचिव ने कहा 26/11 के भीषण मुंबई आतंकवादी हमले को भी याद किया। उन्होंने कहा कि इसमें भारतीय, जर्मन और अन्य नागरिकों की जान गई थी। ऐसी विफलताएं आतंकवाद नेटवर्क को और बढ़ावा देती हैं।

इंडो-पैसिफिक के एक कार्यक्रम में... 
विदेश सचिव हर्षवर्धन इंडो-पैसिफिक में भारत और यूरोप के बीच सहयोग की संभावना पर एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। यहां उन्होंने तमाम मुद्दों पर अपनी बात रखी। उन्होंने विकास और चुनौतियों का समाधान करने के लिए भारत और यूरोप के बीच गहरे जुड़ाव का आह्वान किया। कार्यक्रम में जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में आपसी सहयोग पर भी बात रखी। 

जानिए टेक्सास में क्या हुआ था
टेक्सास राज्य के कोलीविल में चार लोगों को बंधक बनाने वाले की पहचान 44 साल के ब्रिटिश नागरिक मलिक फैसल अकरम के रूप में हुई थी। अंतिम बंधक के सुरक्षित छुड़ाए जाने के बाद एफबीआई की स्वाट टीम भवन में घुसी और अकरम को मार गिराया। शनिवार को कोलीविल के फोर्ट वर्थ के पास स्थित कॉन्ग्रेगेशन बेथ इजराइल (यहूदी धर्म स्थल) में अकरम ने चार लोगों को बंधक बना लिया था। 

अकरम ने खुद को आफिया सिद्दीकी का भाई बताया था। हालांकि, आफिया के भाई ने खुद सामने आकर कहा था कि बंधक बनाने वाला शख्स आफिया का भाई नहीं है। अकरम ने दावा किया था कि उसने कई जगहों पर बम लगाए हैं। उसने अपनी बहन (आफिया सिद्दीकी) से फोन पर बात करने की मांग भी की थी। बंधक संकट करीब 10 घंटे चला। अधिकारियों ने पहले बंधक बनाए गए लोगों को सुरक्षित निकालने पर ध्यान दिया। अंतिम बंधक के सुरक्षित निकाल लिए जाने के बाद अकरम को मार गिराया गया।

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