सार

तेज आर्थिक वृद्धि के साथ भारत एशिया प्रशांत क्षेत्र का तीसरा सबसे शक्तिशाली राष्ट्र बन गया है, इस लिस्ट में उसने जापान को पीछे छोड़ दिया है। लोवी इंस्टीट्यूट की ‘2024 के एशिया पावर इंडेक्स’ रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है।

नई दिल्ली: अपनी तेज आर्थिक वृद्धि से दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचने वाला भारत अब एशिया प्रशांत क्षेत्र के तीसरे सबसे शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में उभरा है। इस लिस्ट में जापान को पीछे छोड़ते हुए भारत अमेरिका और चीन के बाद इस स्थान पर आ गया है।

ऑस्ट्रेलिया के लोवी इंस्टीट्यूट ने ‘2024 के एशिया पावर इंडेक्स (एपीआई)’ नामक यह रिपोर्ट तैयार की है, जिसे केंद्र सरकार ने आधिकारिक तौर पर प्रकाशित किया है। एशिया प्रशांत राष्ट्र यानी पश्चिमी प्रशांत महासागर से सटे देश। इन देशों में से भारत तीसरा सबसे शक्तिशाली राष्ट्र बनकर उभरा है।

8 मानदंडों के आधार पर रिपोर्ट:

सैन्य शक्ति, रक्षा नेटवर्क, आर्थिक क्षमता, वैश्विक संबंध, राजनयिक शक्ति, सांस्कृतिक प्रभाव, जोखिमों का सामना करने की शक्ति, भविष्य के संसाधन - इन आठ मानदंडों को ध्यान में रखते हुए एशिया पावर इंडेक्स तैयार किया जाता है।

रिपोर्ट के मुख्य अंश:

‘भारत ने अभी तक अपनी क्षमता के अनुरूप विकास नहीं किया है, लेकिन यह अब जापान को पीछे छोड़कर एशिया प्रशांत क्षेत्र में तीसरा सबसे शक्तिशाली राष्ट्र बन गया है। भारत के विकास को लेकर अभी भी काफी उम्मीदें हैं। इसी तरह, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के सामने कई चुनौतियां भी हैं। भविष्य में देश के और भी शक्तिशाली देश बनकर उभरने की संभावनाएं हैं’ रिपोर्ट में कहा गया है।

 

‘भारत की सबसे बड़ी ताकत उसकी आबादी, भौगोलिक क्षेत्रफल और अर्थव्यवस्था है। एशिया के कई देशों में जहां बुजुर्गों की संख्या बढ़ रही है, वहीं इसके विपरीत भारत में युवाओं की संख्या अधिक है। कोविड के बाद भारत ने आर्थिक रूप से काफी प्रगति की है। साथ ही, इसमें अभी भी अन्य क्षेत्रों में काफी विकास की संभावनाएं हैं। हालांकि, आर्थिक संबंधों के मामले में भारत अभी भी पीछे है। रक्षा संपर्क नेटवर्क में देश 9वें पायदान पर खिसक गया है’ रिपोर्ट में कहा गया है।