सार

भारतीय सेना ने जम्मू में 50-55 पाकिस्तानी आतंकियों का शिकार करने के लिए करीब 500 पैरा स्पेशल फोर्स कमांडो को तैनात किया है। ये इंडियन आर्मी के एलीट कमांडो हैं।

नई दिल्ली। जम्मू में आतंकी हमले कर रहे पाकिस्तानी दहशतगर्दों का शिकार करने के लिए भारतीय सेना (Indian Army) ने अपने करीब 500 पैरा स्पेशल फोर्स कमांडो (Para Special Forces commandos) को तैनात किया है। इन्हें करीब 50-55 आतंकियों का शिकार करने की जिम्मेदारी मिली है।

कौन हैं पैरा स्पेशल फोर्स कमांडो?

पैरा स्पेशल फोर्स कमांडो भारतीय सेना के एलीट कमांडो हैं। दुश्मन इनसे खौफ खाते हैं। सेना को जब सबसे कठिन ऑपरेशन करने होते हैं तब इन्हें भेजा जाता है। इन कमांडो को विमान से कूदकर पैराशूट की मदद से नीचे आने की खास ट्रेनिंग दी जाती है। इस वजह से इन्हें पैरा फोर्स कहा जाता है।

जंग की स्थिति में पैरा फोर्स के जवान सबसे पहले जाते हैं। इन्हें विमान की मदद से युद्ध क्षेत्र में पहुंचाया जाता है। इनका काम दुश्मन के क्षेत्र में घुसकर जानकारी जुटाना, हमला करना और महत्वपूर्ण ठिकानों पर कब्जा करना है ताकि पीछे से आ रहे सैनिकों की राह आसान हो।

द्वितीय विश्व युद्ध से जुड़ी हैं पैरा स्पेशल फोर्स की जड़ें

पैरा स्पेशल फोर्स की जड़ें द्वितीय विश्व युद्ध से जुड़ी हैं। अक्टूबर 1941 में ब्रिटिश भारतीय सेना के तहत 50वीं पैराशूट ब्रिगेड का गठन किया गया था। पैरा स्पेशल फोर्स के जवान आतंकवाद-रोधी, बंधक बचाव, गुरिल्ला वॉर, जासूसी और सीधी लड़ाई जैसी भूमिकाओं में माहिर होते हैं। पैरा स्पेशल फोर्स के जवानों ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध, ऑपरेशन ब्लूस्टार, कारगिल युद्ध और जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद-रोधी अभियानों में बड़ा रोल निभाया है।

कैसे भर्ती होते हैं पैरा स्पेशल फोर्स के जवान?

पैरा स्पेशल फोर्स में भारतीय सेना के जवान अपनी इच्छा से भर्ती होते हैं। इस स्पेशल फोर्स में शामिल होना बेहद कठीन है। उम्मीदवारों का चुनाव बेहद मुश्किल टेस्ट के बाद होता है। उनकी शारीरिक और मानसिक क्षमता को उसकी हद तक जाकर जांचा जाता है।

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भारत की सेनाओं के पास कितने तरह के स्पेशल फोर्स हैं?

भारत के तीनों सेनाओं (थल सेना, वायु सेना और नौ सेना) के पास अपने-अपने स्पेशल फोर्स हैं। इंडियन आर्मी के पास तीन स्पेशल फोर्स हैं। पहला पैरा स्पेशल फोर्स बटालियन, दूसरा राष्ट्रीय राइफल्स और तीसरा घातक प्लाटून्स। भारतीय वायु सेना के स्पेशल फोर्स को गरुड़ कमांडो के नाम से जाना जाता है। नौसेना के स्पेशल फोर्स को MARCOS (Marine Commando Force) कहा जाता है।

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