सार
जानकारी के अनुसार, लेफ्टिनेंट ऋषि कुमार और सिपाही मंजीत सिंह को इस विस्फोट में शहीद हो गए हैं। व्हाइट नाइट कॉर्प्स के शहीदों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हुए कहा- नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा के साथ कर्तव्य के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया।
नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर के राजौरी (Rajouri) जिले में शनिवार को नियंत्रण रेखा (LOC) से सटी अग्रिम चौकी के पास हुए विस्फोट में एक अधिकारी समेत सेना के दो जवान शहीद हो गए। भारतीय सेना के अधिकारियों ने बताया कि नौशेरा सेक्टर के कलाल इलाके में धमाका उस समय हुआ, जब सेना की एक कॉलम सीमा पार से आतंकवादियों की घुसपैठ की रोकथाम के लिए गश्त कर रहा था। घटना में एक लेफ्टिनेंट समेत दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे जिन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था। इलाज के दौरान इनकी मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार, लेफ्टिनेंट ऋषि कुमार और सिपाही मंजीत सिंह को इस विस्फोट में शहीद हो गए हैं। व्हाइट नाइट कॉर्प्स के शहीदों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हुए कहा- नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा के साथ कर्तव्य के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया।
धमाका किस तरह का था, इसके बारे में तत्काल पता नहीं चल सका है। हालांकि, गश्ती दल को निशाना बनाने के लिए आतंकवादियों द्वारा आईईडी लगाने की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता। अधिकारियों ने बताया कि जिस जगह धमाका हुआ, उस स्थान पर सेना ने बारूदी सुरंगें बिछाई हुई हैं ताकि सीमा पार से घुसपैठ रोकी जा सके। बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुंछ और राजौरी में आतंकवादियों के खिलाफ सेना लगातार कार्रवाई कर रही है।
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सूत्रों के मुताबिक विस्फोट किस चीज से हुआ इसकी भी जांच की जा रही है। नौशहरा सेक्टर के कलाल इलाके में जिस जगह यह हादसा हुआ है, सूत्रों के मुताबिक वहां पर सर्च अभियान चलाया जा रहा था। इसमें बड़ी संख्या में जवान लगे हुए थे।