सार

2019 आईपीएल में एक बड़ा नेटवर्क सट्टेबाजी में लगा था। जिसका नेटवर्क पाकिस्तान से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। पाकिस्तान का ही एक संदिग्ध बुकी बना हुआ था। फर्जी आईडी और बैंक अकाउंट से वह यह काम करता था। सीबीआई को जानकारी मिलते ही कार्रवाई की गई है। ताजा जानकारी के मुताबिक तीन संदिग्ध को गिरफ्तार भी किया गया है।

नई दिल्लीः सीबीआई (CBI) ने आईपीएल 2019 (IPL) को लेकर शनिवार को सनसनीखेज खुलासा किया है। सीबीआई ने कहा है कि सट्टेबाजों ने पाकिस्तान से मिली सूचना पर 2019 में बेटिंग की थी। जांच एजेंसियों के मुताबिक पूरा नेटवर्क पाकिस्तान से आईपीएल सट्टेबाजी में पाकिस्तान से लिंक मिलने के बाद सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है।ऑपरेट किया जा रहा था. इस मामले में शनिवार को ही तीन लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है। इनमें एक दिल्ली से है और दो लोग हैदराबाद से हैं। सीबीआई ने दिल्ली हैदराबाद, जोधपुर और जयपुर के 7 ठिकानों पर छापेमारी की है। यह भी आरोप लगाया जा रहा है कि इस आईपीएल में भी नतीजों को प्रभावित किया जा रहा था।

नेटवर्क में कई अधिकारी भी शामिल
सीबीआई ने एफआईआर में राजस्थान जोधपुर के सज्जन सिंह, जयपुर के प्रभु मीना, जयपुर के राम अवतार, जयपुर के अमित शर्मा, दो अज्ञात सरकारी और प्राइवेट लोग नोकरी करनेवाले, एक अन्य पाकिस्तानी संदिग्ध को आरोपी बनाया है। इसमें कुछ सरकारी अधिकारी भी शामिल हैं। ये अधिकारी 2010 से ही सट्टेबाजी में एक्टिव हैं। सीबीआई ने कहा कि इस पूरे नेटवर्क में एक बुकी है, जो पाकिस्तानी है। इसने फर्जी आईडी केवाईसी के जरिये बैंक अकाउंट खोल रखा था। सीबीआई ने कहा कि इसी फर्जी आईडी, बैंक अकाउंट के जरिये हवाला के रुपयों का भी ट्रांजेक्शन किया जाता था। 

CBI ने किए ये 5 बड़े खुलासे
1.IPL 2019 में पाकिस्तान से ऑपरेट हुआ था पूरा सट्टेबाजी नेटवर्क, ट्रेस किया गया संदिग्ध का नंबर
2.कुछ लोग ही मिलकर पूरे भारत में चला रहे थे नेटवर्क
3.IPL सट्टेबाजी में हवाला के पैसों का किया जाता था लेनदेन
4.फर्जी आईडी से बनाया गया था फर्जी अकाउंट नंबर, अज्ञात बैंक अधिकारियों की थी मिलीभगत
5.2013 से सट्टेबाजी में शामिल है यह नेटवर्क, लगभग 10 करोड़ रुपए का हुआ लेनदेन

IPL 6 में सामने आया था सट्टेबाजों का खेल
IPL 6 में पहली बार सट्टेबाजों का खेल सामने आया था। इसी सीजन में स्पॉट फिक्सिंग के मामले में भारतीय तेज गेंदबाज श्रीसंत को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था. श्रीसंत के अलावा राजस्थान रॉयल्स के दो अन्य खिलाड़ी अजीत चंदीला और अंकित चौहान को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इस स्पॉट फिक्सिंग में श्रीसंत के चचेरे भाई के शामिल होने का आरोप था. वहीं गुजरात अंडर-22 के खिलाड़ी रह चुके जीजू जनार्दन पर स्पॉट फिक्सिंग में साथ देने का आरोप था। वहीं सीबीआई ने कहा कि 2010 से सट्टेबाजी नेटवर्क काफी मजबूत हो गया है।  

2016-17 में भी लगा था बैन
जानकारी दें कि आईपीएल में सट्टेबाजी, मैच फिक्सिंग को लेकर लगातार आरोप लगाए जाते रहे है। इसी मामले में जस्टिस लोढ़ा कमेटी ने चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स पर बैन भी लगाया था. 2016 और 2017 में यह प्रतिबंध लगाया गया था। राजस्थान रॉयल्स के राज कुंद्रा और चेन्नई सुपर किंग्स के गुरुनाथ मयप्पन को बीसीसीआई द्वारा आयोजित सभी मैचों में बैन कर दिया गया था। आपको जानकारी दें कि आईपीएल 2019 में मुंबई और चेन्नई के बीच रोमांचक मुकाबला हुआ था। फाइनल में 1 रन से चेन्नई हार गई थी. 

2020 में कोरोना महामारी के दौरान भी हुआ खुलासा
कोरोना महामारी के दौरान आईपीएल मैच में लोगों के स्टेडियम जाने पर रोक था. वर्चुअली ही इसका टेलिकास्ट हुआ था. ऐसे में 2020 में पूरे भारत में सट्टेबाजी नेटवर्क एक्टिव हो गया था. कई जगहों पर लॉकडाउन, नाइट कर्फ्यू वगैरह का दौर जारी था. सट्टेबाजों को लगा कि पुलिस कोरोना वायरस से लोगों को बचाने में लगी है। तभी सट्टेबाजी नेटवर्क एक्टिव हो गया। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि घर और होटल के कमरों से सट्टेबाजी की जा रही है। उसके बाद पुलिस ने एक साथ छापेमारी कर सट्टेबाजी नेटवर्क का पर्दाफाश किया था। हैदराबाद, यूपी, कोलकाता, गोवा, दिल्ली एवं एनसीआर में कई जगहों में एक साथ छापेमारी की गई। इस दौरान कई होटलों और घरों में छापेमारी हुई थी। हैदराबाद से 13, यूपी से 8, कोलकाता से 9, गुरुग्राम से 2, दिल्ली से 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।