सार

इसरो ने चंद्रयान-3 लांच करने की तैयारी पूरी (ISRO Launch Chadrayaan-3) कर ली है और सब कुछ ठीक रहा तो 3 जुलाई को भारत का स्पेस शिप चंद्रमा पर उतरने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

ISRO Launch Chadrayaan-3. अगले महीने की 3 तारीख यानि 3 जुलाई को भारत एक नया इतिहास बनाने जा रहा है। भारत की मदद के लिए रूस भी सामने आया है और उसने अपने मून लैंडर मिशन को स्थगित करने का फैसला किया है। ताकि भारत के चंद्रयान-3 को चंद्रमा पर उतरने में सफलता मिल सके।

चंद्रयान लांच करने वाला दुनिया का चौथा देश बनेगा भारत

भारत चंद्रयान लांच करने में सफल हो जाता है तो वह दुनिया का चौथा ऐसा देश बन जाएगा, जिसने सफलतापूर्वक चंद्रयान की लांचिग की है। इससे पहले अमेरिका, रूस और चीन सफलतापूर्वक अपने चंद्रयान उतार चुके हैं। चंद्रयान मिशन को 22 जुलाई 2019 को लांच किया गया था। हालांकि उस वक्त चंद्रयान को लांच करने वाला लैंडर विक्रम दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसके बाद से ही भारत चंद्रयान 3 की तैयारी कर रहा है।

इसरो चीफ एस सोमनाथ ने क्या कहा

चंद्रयान की लांचिंग को लेकर इसरो चीफ सोमनाथ ने कहा कि हम मिशन चंद्रयान-2 में भले ही असफल रहे थे लेकिन चंद्रयान-3 की सफलता से इतिहास बनाएंगे। हमने पिछली असफलता से सीख ली है और आगे बढ़े हैं। सोमनाथ ने कहा कि असफलता का यह मतलब नहीं है कि हम आगे बढ़ना ही बंद कर दें। इस बार हम जरूर इतिहास बनाने जा रहे हैं। यह भारत के लोगों को गौरवान्वित करने वाला मिशन है। चंद्रयान की लांचिंग श्री हरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से की जाएगी।

कैसे चंद्रमा पर पहुंचेगा चंद्रयान-3

इसरो की मानें तो चंद्रमा तक चंद्रयान-3 के पहुंचने के लिए तीन अलग-अलग हिस्से तैयार किए गए हैं। इसे तकनीकी भाषा में माड्यूल कहते है। चंद्रयान-3 के भी 3 माड्यूल हैं। चंद्रयान-2 का आर्बिटर पहले से ही चंद्रमा का चक्कर काट रहा है, इसलिए इस बार आर्बिटर नहीं भेजा जा रहा है। इसरो चीफ ने कहा कि हम इस बार जरूर कामयाब होंगे और भारत के लोग गर्व महसूस करेंगे।

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