सार
चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) के साथ भेजे गए प्रज्ञान रोवर ने चांद की सतह पर 100 मीटर की दूरी तय कर ली है। इसरो ने ट्वीट कर बताया है कि प्रज्ञान ने शतक बना लिया है और पारी जारी है।
नई दिल्ली। आज एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट का मुकाबला हो रहा है। इस बीच भारत की ओर से शतक लगा दिया गया है। जी हां, यह सच है, लेकिन शतक क्रिकेट के मैदान में नहीं बल्कि चंदा मामा के सतह पर लगा है। बैट्समैन कोई और नहीं अपना प्रज्ञान रोवर है।
दरअसल, प्रज्ञान रोवर ने चांद की सतह पर 100 मीटर की दूरी तय कर ली है। इस खबर को भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने क्रिकेट के अंदाज में दिया है। इसरो ने ट्वीट किया, "प्रज्ञान 100"। 100 के साथ ही स्टार भी लगाया गया है। इसके साथ ही बैट-बॉल की छोटी तस्वीर लगाई गई है। इसके जरिए इसरो ने बताया है कि प्रज्ञान ने शतक बना लिया है और यह अभी भी खेल रहा है। इसरो ने आगे ट्वीट किया, "चंद्रमा के ऊपर प्रागन रोवर 100 मीटर से अधिक की दूरी तय कर चुका है। इसका सफर जारी है।"
स्लीप मोड में जाएंगे रोवर और लैंडर
इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा कि प्रज्ञान रोवर और विक्रम लैंडर को स्लीप मोड में डालने की प्रक्रिया एक-दो दिन में शुरू हो जाएगी। ऐसा उनके चांद पर रात का सामना करने के लिए किया जाएगा। चांद पर एक दिन धरती के 14 दिन और एक रात धरती के 14 रात के बराबर होता है। रात के वक्त सूर्य की रोशनी नहीं पहुंचती, जिसके चलते लैंडर और रोवर को अपने सोलर प्लेट से ऊर्जा नहीं मिलती है।
यह भी पढ़ें- ISRO ने सफलापूर्वक लॉन्च किया भारत का पहला सूर्य मिशन, L1 प्वाइंट की ओर बढ़ रहा Aditya
23 अगस्त को चांद पर पहुंचा था विक्रम लैंडर
गौरतलब है कि चंद्रयान-3 के साथ भेजे गए विक्रम लैंडर ने 23 अगस्त की शाम छह बजकर चार मिनट पर चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिग की थी। इसके साथ ही भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया था। भारत चंद्रमा पर पहुंचने वाला चौथा देश है।
यह भी पढ़ें- इन उपकरणों की मदद से सूर्य की जानकारी जुटाएगा Aditya L1, जानें इनके काम