सार

इसरो वैलेंटाइन डे पर PSLV-C52 ऑर्बिटल मिशन लॉन्च करने के लिए पूरी तरह तैयार है। लॉन्च की उलटी गिनती 13 फरवरी को सुबह 4.29 बजे शुरू हो गई।

नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) 14 फरवरी, वेलेंटाइन डे पर PSLV-C52 ऑर्बिटल मिशन को लॉन्च करने के लिए पूरी तरह तैयार है। लॉन्च प्राधिकरण बोर्ड द्वारा प्राधिकरण (Authorisation) के बाद लॉन्च के लिए 25 घंटे और 30 मिनट की उलटी गिनती आज सुबह 4.29 बजे से शुरू हो गई। 

इसरो ने एक बयान में कहा कि पीएसएलवी-सी 52 को पृथ्वी अवलोकन उपग्रह (ईओएस-04) की कक्षा के लिए डिजाइन किया गया है, जिसका वजन 1710 किलोग्राम है। ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान 14 फरवरी को सुबह 5.59 बजे सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र श्रीहरिकोटा के पहले लॉन्च पैड से लॉन्च होगा। PSLV-C52 मिशन दो छोटे उपग्रहों को सह-यात्रियों के रूप में भी ले जाएगा, जिसमें कोलोराडो विश्वविद्यालय, बोल्डर में वायुमंडलीय और अंतरिक्ष भौतिकी की प्रयोगशाला के सहयोग से भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान (IIST) का एक छात्र उपग्रह (INSPIREsat-1) शामिल है।

PSLV-C52 मिशन इसरो से एक प्रौद्योगिकी प्रदर्शन उपग्रह (INS-2TD) भी ले जाएगा, जो भारत-भूटान संयुक्त उपग्रह (INS-2B) का अग्रदूत है। EOS-04 एक रडार इमेजिंग सैटेलाइट है जिसे कृषि, वानिकी और वृक्षारोपण, मिट्टी की नमी और जल विज्ञान और बाढ़ मानचित्रण जैसे उपयोगों के लिए सभी मौसम की स्थिति में उच्च गुणवत्ता वाली तस्वीरें लेने के लिए डिजाइन किया गया है।

पिछले साल EOS-03 का लॉन्च हुआ था फेल
PSLV-C52 का प्रक्षेपण 2022 का इसरो का पहला मिशन होगा। पिछले साल अगस्त में तकनीकी विसंगति (technical anomaly) के चलते पृथ्वी अवलोकन उपग्रह (Earth Observation Satellite) EOS-03 तैनात नहीं किया जा सका था। यह मिशन फेल होने से इसरो को भारी नुकसान हुआ था।

इस बीच, इसरो ने कहा कि INSAT-4B का जीवनकाल पूरा हो गया है। उसका मिशन पश्चात निपटान (पीएमडी) किया जा चुका है। 24 जनवरी, 2022 को संयुक्त राष्ट्र और अंतर देशीय अंतरिक्ष मलबा निपटान के दिशानिर्देशों के अनुसार उसका निपटान भी किया जा चुका है। इनसैट 4 बी भारत का 21वां ऐसा उपग्रह है, जिसका पोस्ट मिशन डिस्पोजल (PMD) किया गया है।

 

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