सार
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने वैलेंटाइन डे(Valentine's Day ) पर PSLV-C52 ऑर्बिटल मिशन सफलतापूर्वक लॉन्च करके जंगल और जमीन के संरक्षण की दिशा में एक नई उम्मीद जगाई है। इसरो ने इस साल 19 मिशन का टार्गेट बनाया है। इसके साथ अगस्त में चंद्रयान-3 भी लॉन्च होगा।
नई दिल्ली.भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने वैलेंटाइन डे(Valentine's Day ) पर PSLV-C52 ऑर्बिटल मिशन सफलतापूर्वक लॉन्च करके जंगल और जमीन के संरक्षण की दिशा में एक नई उम्मीद जगाई है। इसरो ने इस साल 19 मिशन का टार्गेट बनाया है। इसके साथ अगस्त में चंद्रयान-3 भी लॉन्च होगा।्र
पहले जानें PSLV-C52 ऑर्बिटल मिशन के बारे में
पीएसएलवी-सी 52 ने तीन सैटेलाइट को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में स्थापित कर दिया। इसमें एक पृथ्वी अवलोकन उपग्रह (ईओएस-04) है। इसका वजन 1710 किलोग्राम है। ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान 14 फरवरी को सुबह 5.59 बजे सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र श्रीहरिकोटा के पहले लॉन्च पैड से लॉन्च हुआ। PSLV-C52 ने EOS-04 सैटेलाइट को Sun Synchronous orbit में पहुंचाया है। यह PSLV की 54वीं उड़ान है। छह PSOM-XLs ks के साथ PSLV-XL कॉन्फिगरेशन में यह 23वां मिशन है। PSLV 44.4 मीटर लंबा रॉकेट है। इसने अंतरिक्ष तक की अपनी यात्रा चार स्टेज में पूरी की। इसके पहले स्टेज में ठोस इंधन का इस्तेमाल प्रोपेलेंट के रूप में हुआ। दूसरे स्टेज में लिक्विड, तीसरे स्टेज में ठोस और चौथे स्टेज में लिक्विड इंधन का इस्तेमाल हुआ। रॉकेट ने 321 टन वजन लेकर उड़ान भरी, जिसमें इंधन का वजन भी शामिल है। अंतरिक्ष तक की अपनी यात्रा में रॉकेट ने 263.35 टन इंधन जला दिया। करीब 33 मिनट में रॉकेट 538.27 किलोमीटर की ऊंचाई तक पहुंचा।
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अगले 10 साल तक भेजेगा तस्वीरें
इसरो के चेयरमैन एस सोमनाथ (S Somnath) ने ट्वीट करके मिशन की सफलता की जानकारी दी है। बता दें कि रडार इमैजनिंग सैटेलाइट Radar Imaging Satellite (RISAT) को ही अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट-4 (Earth Observation Satellite-04) कहते हैं। यह सैटेलाइट हर मौसम में धरती की उच्च गुणवत्ता वाली तस्वीर भेजेगा। यानी बाढ़, मृदा अपरदन, जंगल, कृषि, हरियाली आदि की सटीक मैपिंग संभव होगी। इस उपग्रह का कार्यकाल 10 साल का होगा।
अगस्त में लॉन्च होगा चंद्रयान-3
भारत ने हाल में चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग का ऐलान भी किया है। चंद्रयान -3 अगस्त 2022 में लॉन्च होने वाला है। केंद्रीय परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि चंद्रयान -3(Chandrayaan-3) अगस्त 2022 में लॉन्च होने वाला है। कल(2 फरवरी) को लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया था कि चंद्रयान-2 से मिली सीख और राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञों के सुझावों के आधार पर चंद्रयान-3 को साकार करने का काम जारी है। कई संबंधित हार्डवेयर और उनके विशेष परीक्षण सफलतापूर्वक पूरे हो गए हैं और लॉन्च अगस्त 2022 के लिए निर्धारित है।
कम लागत के सैटेलाइट
इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ (new isro chief s somnath) ने एशियानेट न्यूज से एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में पिछले दिनों कहा था कि इसरो कम लागत वाले व्हीकल लॉन्च करने परी जोर दे रहा है। एक उदाहरण के तौर पर सोमनाथ बताते हैं कि कैसे सैटेलाइट्स की एक फ्लीट का प्रभाव कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी पर होगा। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य बिना समय गंवाए सीधे हैंडहेल्ड डिवाइसों को प्रेषित करने की क्षमता पाने का है। यह इन्फॉर्मेशन और इंफोटेनमेंट इंडस्ट्री में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। इसी तरह कम लागत वाले प्रक्षेपण रिमोट सेंसिंग सेटेलाइट या लो ऑर्बिट सेटेलाइट के इस्तेमाल वाले अंतरिक्ष अनुप्रयोगों को सुधार करने में मदद करेंगे। इससे पुनरीक्षण का समय काफी कम हो जाता है और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से, हम ऐसी सेवाओं को शुरू करने की उम्मीद करते हैं, जो अधिक लोगों पहुंचती हैं। उन्होंने कहा- नए इंजनों और नई सामग्रियों के विकास से लॉन्च की लागत भी कम हो सकती है। उन्होंने कहा कि अधिक उपग्रह नि:संदेह मौजूदा मौसम संबंधी मॉडल को ठीक करने में भी मदद करेंगी।
पिछले 3 वर्षों की समय सीमा में लॉन्च किए गए उपग्रहों की सूची
Satellite Name | Launch Date |
EOS-03 | Aug 12, 2021 |
Amazonia-1 | Feb 28, 2021 |
Satish Dhawan SAT (SDSAT) | Feb 28, 2021 |
UNITYsat | Feb 28, 2021 |
CMS-01 | Dec 17, 2020 |
EOS-01 | Nov 07, 2020 |
GSAT-30 | Jan 17, 2020 |
RISAT-2BR1 | Dec 11, 2019 |
Cartosat-3 | Nov 27, 2019 |
Chandrayaan-2 | Jul 22, 2019 |
RISAT-2B | May 22, 2019 |
EMISAT | Apr 01, 2019 |
GSAT-31 | Feb 06, 2019 |
Microsat-R | Jan 24, 2019 |
Kalamsat-V2 | Jan 24, 2019 |