सार
कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए। उन्हें केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भाजपा की सदस्यता दिलाई। भाजपा में शामिल होने के बाद जितिन प्रसाद ने बीजेपी चीफ जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह का आभार जताया।
नई दिल्ली. कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए। उन्हें केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भाजपा की सदस्यता दिलाई। भाजपा में शामिल होने के बाद जितिन प्रसाद ने बीजेपी चीफ जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह का आभार जताया। साथ ही उन्होंने कहा, देशहित में कोई दल है तो BJP है। यह पार्टी विचारधारा पर चलती है जबकि बाकी पार्टी व्यक्ति विशेष के नाम पर चलते हैं।
कांग्रेस ने बताया कूड़ा, तो हो गए ट्रोल
वहीं, मध्यप्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट किया, जितिन प्रसाद के जाने से कांग्रेस खुश है। यह एक कूड़ा कूड़ेदान में डालने जैसी सामान्य क्रिया है। हालांकि, बाद में कांग्रेस ने यह ट्वीट डिलीट कर दिया।
यूजर्स बोले- इतने खराब थे, तो पार्टी में क्यों रखा
आशीष रमेश नाम के यूजर ने कांग्रेस को जवाब देते हुए लिखा, समझ नहीं आता कि जब तक पार्टी में थे राजा बेटा थे, जैसे ही पार्टी से अलग हुए कूड़ा हो गए जितिन प्रसाद। मतलब "खोंग्रेस" कुछ भी, कुछ भी मतलब कुछ भी। इसे खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे कहते हैं हमारे गांव में।
केनी तुलसियानी ने लिखा, कांग्रेसी अपने गाल को लाल रखने के लिए खुद थप्पड़ जड़ रहे है अगर कूड़ा था तो इतने साल क्यों कांग्रेस ने अपनी पार्टी में रहने दिया ?
जाने वाले जाते हैं- कांग्रेस
वहीं, कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने जितिन प्रसाद के भाजपा में शामिल होने को लेकर कहा, जाने वाले जाते हैं, उन्हें हम नहीं रोक सकते। यह उनका फैसला था। उनका कांग्रेस में अच्छा भविष्य था। लेकिन उनका जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। उनका जाना अच्छा नहीं क्योंकि उनके पिता जी भी कांग्रेस में पहले से थे फिर भी उन्होंन ऐसा निर्णय लिया। ये दुर्भाग्य है।
संजय झा बोले- इसमें भाजपा की गलती नहीं
पूर्व कांग्रेसी नेता संजय झा ने भी इसे लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, जितिन प्रसाद बीजेपी का फायदा, कांग्रेस का नुकसान है। मैंने उनसे हाल ही में बाद की थी। जितिन एक सज्जन, मिलनसार और उदार हृदय वाले हैं। आप कांग्रेस से असंतुष्ट नेताओं को चुनने के लिए भाजपा को दोष नहीं दे सकते। अगर मैं अमित शाह होता, तो मैं भी यही करता। यही राजनीति है।