सार

जम्मू-कश्मीर में 5 अगस्त से टेलीफोन सेवा बंद कर दी गई थी। धारा 370 हटाने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर सरकार ने फोन और इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी थी। 

श्रीनगर. जम्मू में आर्टिकल 370 हटने के 12 दिन बाद 17 अगस्त शनिवार को इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई हैं। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के 22 में से 12 जिलों में हालात पूरी तरह से सामान्य हो गए हैं। राजौरी और पुंछ के बाद रामबन, किश्तवाड़ और डोडा में टेलीफोन सेवा चालू कर दी गई हैं। इन ज़िलों में लैंडलाइन ब्रॉडबैंड पर लगा प्रतिबंध भी हटा दिया गया है। अब लोग अपने इंटरनेट का इस्तेमाल कर पा रहे हैं।

राज्य के सरकारी दफ्तरों में भी कामकाज शुरू

राज्य के सरकारी दफ्तरों में भी आज से कामकाज शुरू हो गया है। जम्मू के 5 जिलों में 5 दिन पहले ही स्कूल खोल दिए गए थे। कश्मीर घाटी के अलग-अलग इलाकों में अगले हफ्ते से स्कूलों को खोल दिया जाएगा। मार्च 2019 तक जम्मू और कश्मीर में लैंडलाइन कनेक्शन की संख्या 1 लाख 20 हजार थी। इसके अलावा यहां 1 करोड़ 37 लाख मोबाइल कनेक्शन भी हैं। जम्मू और कश्मीर में 58 लाख इंटरनेट कनेक्शन हैं। जम्मू और कश्मीर में हालात सामान्य होने की खबरें भारत के लोगों को सुकून देने वाली है लेकिन पाकिस्तान को बहुत चुभने वाली हैं।

इस दिन हटा था आर्टिकल 370

जम्मू-कश्मीर में 5 अगस्त से टेलीफोन सेवा बंद कर दी गई थी। धारा 370 हटाने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर सरकार ने फोन और इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी थी। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार राज्य प्रशासन ने प्रदेश के सभी स्कूल-कॉलेज और सरकारी दफ्तरों को भी सोमवार 19 अगस्त से खोलने के निर्देश दिए हैं। 

भारत की तीनों सेना हाई अलर्ट पर

चारों तरफ से कश्मीर मसले को लेकर पस्त पाकिस्तान अब नापाक मंसूबों को अंजाम देने की फिराक में है। राज्य में सुरक्षा को देखते हुए भारत की तीनों सेना एयर फोर्स समेत सभी सुरक्षाबलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। खबरें हैं कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूह घाटी में हमले को अंजाम देने की कोशिश कर सकते हैं। घाटी में तेजी से बदलते हालात से पाकिस्तान में बेचैनी बढ़ती जा रही है और वह आतंकियों को सीमापार कराने के लिए आए दिन फायरिंग कर सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है।