सार
कहते हैं कि जहां चाह है, वहां राह भी है। जी, हां ऐसा ही कुछ जम्मू कश्मीर की 3 चचेरी बहनों ने कर दिखाया। जिन परिवारों में डॉक्टरी पेशे से दूर-दूर तक कोई लेना-देना नहीं है, उस परिवार की बेटियां अब डॉक्टर बनने का ख्वाब पूरा करेंगी।
3 Cousins Cleared NEET Exam. जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर से कुछ ही दूर नौसेरा ऐसी जगह है, जो पहाड़ी घाटियों के लिए जानी जाती है। यहां का सामाजिक ताना-बाना ऐसा नहीं है कि पढ़ाई के लिए खासकर लड़कियों की पढ़ाई को सपोर्ट करता हो। लेकिन वह कहावत है कि सपने देखना और उसे पूरा करने के लिए जिस लगन और परिश्रम की जरूरत होती है, वह किसी के पास है तो कामयाब होने से कोई नहीं रोक सकता। ऐसा ही कुछ नौसेरा के रहने वाली तीन चचेरी बहनों ने कर दिखाया। तीनों बहनों ने NEET पास कर लिया और अब डॉक्टर बनकर अपने सपनों को पूरा करेंगे।
कौन हैं NEET पास करने वाली तीन बहनें
श्रीनगर के नौसेरा की तीन चचेरी बहनें, तुबा बशीर, रुतबा बशीर और अर्बिश ने NEET परीक्षा पास कर ली है। इस बारे में बात करते हुए तुबा बशीर कहती हैं कि- मुझे बहुत अच्छा लग रहा है कि हम तीनों ने एक साथ NEET पास किया है। क्योंकि हम स्कूल और कोचिंग एक साथ ही गए थे। हमने सोचा था कि हम एमबीबीएस पास करके डॉक्टर जरूर बनेंगी। मैं बहुत खुश हूं क्योंकि हमने इसके लिए कड़ी मेहनत की और अब अच्छा परिणाम मिला है।
क्या कहती हैं रूतबा बशीर और उर्विश
नीट क्लियर करने वाली दूसरी बहन रूतबा बशीर कहती हैं कि- हम बहुत खुश हैं। हमने 11वीं कक्षा से ही नीट परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी। हमने खूब अभ्यास किया। हमारी सफलता का श्रेय हमारे माता-पिता को जाता है। हमारे परिवा ने बचपन से ही हमारा साथ दिया है। वहीं नीट क्लियर करने वाली उर्विश कहती हैं कि मुझे बहुत खुशी हो रही है। हमारे परिवार में कोई डॉक्टर नहीं था। डॉक्टर बनने का फैसला मेरा खुद का था। हमारे माता-पिता ने शुरू से ही हमारा पूरा साथ दिया। तैयारी करते समय ध्यान रखना था कि यह पहला और आखिरी प्रयास है। इसी संकल्प के साथ चलना था और पढ़ते रहना था। हमने वह कर दिखाया।
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