सार
Kangana Ranaut Controversy : बॉलीवुड से राजनीति में कदम रखने वाली सांसद कंगना रनौत अपनी फिल्मों और राजनीतिक बयानों से देशभर में सुर्खियां बटोर रही हैं. कंगना के बयानों से बीजेपी बार-बार शर्मिंदगी झेल रही है. इससे पहले उन्होंने किसानों के बारे में विवादास्पद बयान देकर तीखी आलोचना की थी. बीजेपी आलाकमान ने चेतावनी दी थी. चेतावनी के बावजूद, उन्होंने अब फिर से किसान बिल के बारे में बयान देकर विपक्ष के निशाने पर आ गई हैं. 'इससे पहले, बीजेपी सरकार ने 2020 में किसान आंदोलन के बाद वापस लिए गए 3 कृषि कानूनों को फिर से लागू करने की बात कहकर NDA सरकार को फिर से मुश्किल में डाल दिया है.
यह पहली बार नहीं है जब कंगना ने विवादित बयान दिया है. उनके कुछ बयानों ने देश भर में विवाद खड़ा कर दिया है. ऐसे ही पांच प्रमुख विवादास्पद बयान यहां दिए गए हैं.
बॉलीवुड अभिनेत्री और पिछले लोकसभा चुनाव में जीतकर बीजेपी की सांसद बनीं कंगना रनौत पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर रही हैं. लोकसभा चुनाव में बीजेपी की रणनीति से कंगना रनौत चुनाव जीतने में कामयाब रहीं, लेकिन जीतने के बाद वह क्षेत्र के विकास, बीजेपी को मजबूत करने की बात करने के बजाय पार्टी के लिए ही मुश्किलें खड़ी कर रही हैं.
पिछले एक महीने में कंगना रनौत ने दूसरी बार इस तरह के बयान दिए हैं, जिससे बीजेपी ने चेतावनी दी है और अब आलाकमान कंगना के बयान से दूरी बना रहा है. इस बार कंगना ने तीनों कृषि कानूनों को दोबारा लागू करने की बात कही है. उनके बयान से बीजेपी इस कदर बेचैन है कि उसने अपनी ही सांसद की बातों की निंदा की है.
किसान आंदोलन पर क्या बोली थीं कंगना?
कंगना रनौत ने 2020 में दिल्ली में हुए किसान आंदोलन के दौरान तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर देशभर में हुए किसानों के आंदोलन पर भी कंगना रनौत ने विवादित बयान दिया था. किसान महिला के बारे में अभद्र टिप्पणी की थी. कंगना के खिलाफ कई प्राथमिकी दर्ज की गई थी. हालांकि, तब वह सांसद नहीं थीं. किसानों के आंदोलन से जुड़े एक पोस्ट में उन्होंने बुजुर्ग बिलकिस बानो को बूढ़ी बिलकिस दादी कहकर बेहद आपत्तिजनक पोस्ट किया था. कर्नाटक हाईकोर्ट ने इस पोस्ट को हटाने और अभिनेत्री के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया था. भारत की ताकतवर महिला कही जाने वाली वही दादी यह है. उन्होंने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि वे 100 रुपये में मिल जाती हैं.
क्या कंगना की बात बीजेपी के लिए मुसीबत बनेगी?
हरियाणा में विधानसभा चुनाव के दौरान कंगना ने किसान आंदोलन और कृषि कानूनों को लेकर बयान दिया है. हरियाणा में बड़ी संख्या में किसान और जाट मतदाता हैं. माना जा रहा है कि किसान आंदोलन की वजह से जाट मतदाता पहले ही बीजेपी से नाराज हैं. ऐसे में जानकारों का मानना है कि कंगना के बयान से बीजेपी को नुकसान हो सकता है. यह बात बीजेपी भी अच्छी तरह जानती है. यही वजह है कि कंगना के दूसरे बयान पर बीजेपी लगातार सफाई दे रही है और इसे उनका निजी बयान बताया है.
राहुल के खिलाफ कंगना का बयान
कंगना रनौत ने राहुल गांधी पर भी टिप्पणी की है. जुलाई 2024 में संसद सत्र के दौरान, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भगवान शिव के चक्रव्यूह और महाभारत की कहानी का जिक्र किया था, जिसके बाद कंगना रनौत ने राहुल गांधी के खिलाफ बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया था.
शंकराचार्य पर भी बरसी थीं.
महाराष्ट्र में राजनीतिक दलों के बंटवारे और एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने लिखा था, 'राजनेता अगर राजनीति नहीं करेंगे तो क्या गोलगप्पे बेचेंगे?' शंकराचार्य ने हमारे सम्मानित महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करके हम सभी की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया था कि उन्हें देशद्रोही करार दिया जाए. उन्होंने कहा कि शंकराचार्य ऐसी छोटी-छोटी बातें करके हिंदू धर्म की गरिमा को ठेस पहुंचा रहे हैं.
2014 में मिली असली आजादी
उन्होंने कहा था कि 2014 के बाद देश को असली आजादी मिली है. 2021 में, एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में, कंगना रनौत ने कहा था कि 1947 में भारत को भीख मांगकर आजादी मिली थी और 2014 में देश को असली आजादी मिली थी. दरअसल, भारत को 1947 में 15 अगस्त को अंग्रेजों से आजादी मिली थी. लंबे संघर्ष और लड़ाई के बाद यह आजादी मिली थी, लेकिन 2014 में नरेंद्र मोदी के पहली बार भारत के प्रधानमंत्री बनने की बात कहना काफी विवादों में घिर गया था.
तापसी पन्नू, स्वरा भास्कर बी ग्रेड की एक्ट्रेस:
एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कंगना रनौत ने अभिनेत्री तापसी पन्नू और स्वरा भास्कर को बी-ग्रेड एक्ट्रेस बताया था. कंगना रनौत की यह टिप्पणी सोशल मीडिया पर काफी चर्चा का विषय बनी थी. इस दौरान उनके फैंस और विरोधियों के बीच जमकर बवाल हुआ था.
CISF की महिला कांस्टेबल ने कंगना को जड़ा तमाचा
किसान आंदोलन को लेकर कंगना रनौत द्वारा दिए गए बयान को लेकर सीआईएसएफ की एक महिला कांस्टेबल ने कंगना को थप्पड़ जड़ दिया था, जो काफी चर्चा का विषय बना था. हरियाणा में चुनाव हो रहे हैं. बीजेपी के खिलाफ चल रहा है. ऐसे में कंगना रनौत ने फिर से किसान बिल लागू करने की बात कही है. बीजेपी आलाकमान की फटकार के बाद उन्होंने अपने बयान पर सफाई दी है. लेकिन क्या विपक्षी दल चुप बैठे हैं? कंगना के बयान पर उन्होंने कहा कि यह बीजेपी है. कुल मिलाकर कंगना रनौत के विवादित बयान से चुनाव में बीजेपी को नुकसान होगा, इसको लेकर राय सामने आई है.