सार
बेंगलुरु: कन्नड़ फिल्म उद्योग के गांधीनगर में फिल्मों से ज्यादा हत्या, लूट, धोखाधड़ी, बलात्कार, हनी ट्रैप के मामले सुर्खियां बटोर रहे हैं। पहले से ही अभिनेत्री दर्शन, निर्माता मुनिरत्न के जेल जाने के बाद अब एक और हनी ट्रैप गिरोह का मामला सामने आया है। इस गिरोह ने एक व्यवसायी से फिल्म बनाने का झांसा देकर 40 लाख रुपये की ठगी की और उसे हनी ट्रैप में फंसा लिया।
कन्नड़ फिल्म उद्योग के नायक, निर्माता और फिल्म व्यवसाय पर एक के बाद एक संकट आ रहे हैं, ऐसे में एक और हनी ट्रैप गिरोह का मामला सामने आया है। बेंगलुरु के गांधीनगर में चल रहे हनी ट्रैप गिरोह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। फिल्म बनाने के नाम पर व्यवसायी से पैसे लेकर उसे हनी ट्रैप में फंसाने और फिर उसे ब्लैकमेल करने का मामला सामने आया है।
व्यवसायी गणेश की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है। काव्या, दिलीप, रविकुमार के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है। व्यवसायी गणेश का बेंगलुरु के एमजी रोड पर लाइट आर्ट स्टूडियो है। गणेश की मुलाकात काव्या से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'कुटुंब' के जरिए हुई थी। काव्या ने चार साल पहले खुद को फिल्म निर्माता बताया था। उसने निर्देशक एसआर पाटिल को 4.25 लाख रुपये ट्रांसफर किए थे।
जब गणेश ने पैसे वापस मांगे तो काव्या ने उन्हें गोट्टिगेरे बुलाया। वहां काव्या ने गणेश को यौन क्रिया के लिए उकसाया और उनका वीडियो बना लिया। इसके बाद वीडियो दिखाकर शिकायत दर्ज कराने और सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी। इतना ही नहीं, काव्या ने गणेश से एक डियो स्कूटर भी खरीदा और उसकी ईएमआई भी उनसे ही भरवाई। वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उसने गणेश से सोने की चेन और पीतल की लाइट भी ली।
आरोप है कि काव्या ने अलग-अलग तरीकों से व्यवसायी गणेश से कुल 40 लाख रुपये ऐंठे। इसके बाद काव्या ने 20 लाख रुपये की कार की मांग की। काव्या के उत्पीड़न से तंग आकर व्यवसायी गणेश ने हाईग्राउंड्स थाने में काव्या और उसके दोस्तों दिलीप और रविकुमार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। उनकी शिकायत के आधार पर हनी ट्रैप का मामला दर्ज किया गया है।