सार
कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के लिए प्रचार-प्रसार 8 मई को खत्म हो जाएगा और 10 मई को वोटिंग होगी। इससे पहले केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा है कि राज्य में बीजेपी पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रही है।
Karnataka Election 2023. केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने दावा किया है कि कर्नाटक में स्पष्ट जनादेश के साथ भाजपा दोबारा सरकार बनाएगी। उन्होंने रविवार को बेंगलुरू में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के रोड शो में लोगों का जो उत्साह दिखा है, उससे जाहिर है कि 10 मई को वे बढ़-चढ़कर मतदान में हिस्सा लेंगे। सभी लोग भाजपा के पक्ष में वोट डालेंगे।
राजीव चंद्रेशेखर ने कहा- कांग्रेस के झूठे वादे नहीं आएंगे काम
भाजपा नेता राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि विधानसभा का यह चुनाव कर्नाटक के लिए काफी अहम साबित होगा। क्योंकि इस चुनाव के बाद कांग्रेस द्वारा 65 साल से की जा रही भ्रष्टाचार और झूठे वादों की राजनीति पर विराम लग जाएगा। उन्होंने कांग्रेस पर तुष्टीकरण की राजनीति करने का भी आरोप लगाया है। टेक्नोक्रैट और उद्यमी से राजनेता बने राजीव चंद्रशेखर कर्नाटक से ही राज्यसभा सदस्य हैं। वे इस समय मोदी सरकार में इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईटी और कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्यमंत्री हैं। वह विगत करीब एक महीने से लगातार बेंगलुरु में पार्टी के चुनाव अभियान में सक्रिय हैं। राज्यमंत्री रविवार को प्रधानमंत्री के रोड के साथ चल रहे थे।
केंद्रीय मंत्री बोले- लोग करेंगे भाजपा के पक्ष में मतदान
बेंगलुरू में पीएम मोदी के रोड शो में उमड़े जैनसैलाब को देखकर राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि लोगों का यह प्यार इस बात का परिचायक है कि कर्नाटक के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बहुत चाहते हैं। यहां के लोग उनके नेतृत्व पर भरोसा करते हैं। उन्होंने कहा कि कर्नाटक का समग्र विकास डबल इंजन की सरकार में ही संभव है। प्रदेश के मतदाता इस बात को भलीभांति जानते हैं। लिहाजा वे भाजपा के ही पक्ष में वोट करेंगे और स्पष्ट जनादेश के साथ डबल इंजन की सरकार बनाएंगे।
10 को डाले जाएंगे कर्नाटक विधानसभा के लिए वोट
कर्नाटक विधानसभा की 224 सीटों के लिए 10 मई को मतदान होगा और चुनाव के परिणाम 13 मई को आएंगे। स्पष्ट जनादेश के साथ सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को कम से कम 113 सीटों पर जीत हासिल करनी होगी। प्रदेश में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। दोनों पार्टियों ने 150-150 सीटों पर जीत का लक्ष्य रखा है। वहीं, जनता दल सेक्यूलर भी चुनाव मैदान में ताल ठोंक रहा है।
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