सार

कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद के लिए रेस में शामिल दोनों दावेदारों में कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। केंद्रीय नेतृत्व समन्वय बनाने को लेकर माथापच्ची कर रहा है लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिल सकी है।

Karnataka CM announcement updates: कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद के लिए रेस में शामिल दोनों दावेदारों में कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। केंद्रीय नेतृत्व समन्वय बनाने को लेकर माथापच्ची कर रहा है लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिल सकी है। उधर, प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने अपनी दिल्ली यात्रा कैंसिल कर नेतृत्व को असमंजस में डाल दिया है। मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में एक डीके शिवकुमार के बगावती तेवर से पार्टी भी सकते में है। उन्होंने पार्टी नेतृत्व से अपनी मेहनत की एवज में थोड़ी सी कर्टसी दिखाने की उम्मीद की है। साथ ही प्रतिद्वंद्वी सिद्धारमैया को शुभकामनाएं भी भेजी है।

मेरे पास पर्याप्त संख्याबल

शिवकुमार ने दावा किया कि उनके पास वह संख्याबल है यानी विधायकों की संख्या है जिसके बल पर वह नेता विधानमंडल दल बन सकते हैं। शिवकुमार ने कहा कि कल 135 विधायकों ने अपनी राय दी है और एक पंक्ति का प्रस्ताव पारित किया है तो कुछ ने अपनी व्यक्तिगत राय व्यक्त की है। मेरी शक्ति 135 विधायक हैं। मेरे नेतृत्व में कांग्रेस ने 135 सीटों पर जीत हासिल की है।

एक इंटरव्यू में गिनाए पुराने वादे...

एक टीवी चैनल को दिए गए अपने इंटरव्यू में 61 वर्षीय डीके शिवकुमार ने थोड़े बागी तेवर दिखाने के साथ साथ केंद्रीय नेतृत्व को अपनी मेहनत और वादे को भी याद दिलाया। डीके शिवकुमार ने दिल्ली की यात्रा कैंसिल कर दी है। उन्होंने दिल्ली में जमे अपने प्रतिद्वंद्वी को शुभकामनाएं भी प्रेषित कर दी। हालांकि, शिवकुमार ने यह कहा कि केंद्रीय नेतृत्व को यह समझना चाहिए कि उन्होंने कितनी मेहनत की है। चुनाव पूर्व की बातों को साझा करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सोनिया गांधी ने मुझसे कहा, 'मुझे आप पर भरोसा है कि आप कर्नाटक का उद्धार करेंगे'। मैं यहां बैठी हूं, अपनी नियमित जिम्मेदारी निभा रही हूं। शिवकुमार ने कहा कि आपके पास बुनियादी शिष्टाचार होना चाहिए कि जीते के बाद थोड़ा सा आभार उनके प्रति जताए जो जीत के पीछे थे।

मैंने कांग्रेस को फिर से खड़ा किया...

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा कि उन्होंने एचडी कुमारस्वामी के साथ गठबंधन सरकार के गिरने के बाद पार्टी के पुनर्निर्माण किया जिसकी बदौलत हम एक बार फिर सत्ता के शीर्ष पर पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार के गिरने के साथ ही कांग्रेस के लगभग 20 विधायक बीजेपी में चले गए थे। उन्होंने कहा, "साहस वाला एक व्यक्ति बहुमत बनाता है और मैंने इसे साबित कर दिया है। मैं यह खुलासा नहीं करना चाहता कि पिछले पांच सालों में क्या हुआ है।" उन्होंने कहा, “जब हमारे विधायक पार्टी से बाहर गए, तो मैंने हिम्मत नहीं हारी और साहस के साथ जिम्मेदारी ली। मल्लिकार्जुन खड़गे वरिष्ठ नेता हैं और सोनिया और राहुल गांधी को हम पर भरोसा है। हम इस मामले को उन पर छोड़ दिए हैं।”

विद्रोही कदम तो नहीं उठाएंगे शिवकुमार...

डीके शिवकुमार से इंटरव्यू में पूछा गया कि उनके तेवर से विद्रोही कदम उठाने जैसे संकेत मिल रहे हैं तो उन्होंने कहा कि मैं ब्लैकमेल नहीं करूंगा। मैं ऐसा नहीं हूं। मेरे पास अपनी बुद्धि है, मैं बच्चा भी नहीं हूं कि किसी की जाल में फंसकर कोई ऐसा वैसा कदम उठाऊंगा। हालांकि, उन्होंने अपनी दिल्ली यात्रा रद्द करने का कारण नहीं बताया लेकिन उन्होंने उल्लेख किया कि उन्हें पेट में संक्रमण है।

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