कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में 11 अगस्त की रात सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर हिंसा भड़की थी। अब कर्नाटक की येदियुरप्पा सरकार ने उप्र की योगी सरकार की राह पर चलते हुए बड़ा फैसला किया है। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने बताया कि सरकार ने फैसला किया है कि हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई दोषियों से की जाएगी।

बेंगलुरु. कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में 11 अगस्त की रात सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर हिंसा भड़की थी। अब कर्नाटक की येदियुरप्पा सरकार ने उप्र की योगी सरकार की राह पर चलते हुए बड़ा फैसला किया है। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने बताया कि सरकार ने फैसला किया है कि हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई दोषियों से की जाएगी। इससे पहले योगी सरकार ने फरवरी में नागरिकता कानून के विरोध प्रदर्शन में सार्वजनिक संपत्तियों को हुए नुकसान की भरपाई उपद्रवियों से की थी। 

बीएस येदियुरप्पा ने सोमवार को ट्वीट किया, हमारी सरकार ने फैसला किया है कि केजी हल्ली और डीजी हल्ली में हुई हिंसा में जो संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है, उसकी भरपाई दोषियों से की जाएगी। सुप्रीम कोर्ट के मुताबिक, क्लेम कमिश्नर को तैनात करने के लिए सरकार हाईकोर्ट जाएगी। 

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दोषियों की पहचान करने के लिए बनी एसआईटी
येदियुरप्पा ने बताया, हिंसा की जांच करने के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है। इसके अलावा जल्द ट्रायल करने के लिए तीन सदस्यीय स्पेशल कमेटी का गठन किया गया है। एसआईटी गुंडा एक्ट के तहत भी कार्रवाई कर सकेगी।

दोषियों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई
उन्होंने बताया, डीजे होली और केजी हल्ली हिंसक घटनाओं में दोषियों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि निरोधक अधिनियम समेत तमाम कदम उठाए गए हैं।

सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर हुई थी हिंसा
बेंगलुरु में कांग्रेस विधायक श्रीनिवासमूर्ति के भतीजे ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की थी। इस पोस्ट के शेयर होने के थोड़ी देर बाद ही दो इलाकों में हिंसा फैल गई थी। इस हिंसा में 3 लोगों की मौत हुई थी। वहीं, 60 से ज्यादा पुलिसकर्मी जख्मी हुए थे। उपद्रवियों ने 200-300 गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया था।