सार

पारंपरिक वैद्य(वडियार) भगवल सिंह, उनकी पत्नी लैला और रेस्तरां के मालिक शिहाब उर्फ मोहम्मद शफी उर्फ ​​रशीद को 49 वर्षीय रोजली(रोजलिन और रोसेलिन) और 52 वर्षीय पद्मा की हत्या के सिलसिले में मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था।

तिरुवनंतपुरम. केरल के पथानामथिट्टा जिले के तिरुवल्ला में दो महिलाओं की बलि चढ़ाने के मामले में दिल दहलाने वाले खुलासे हो रहे हैं। इस केस ने पूरे देश में सनसनी फैला दी है। आर्थिक समृद्धि के लिए दो महिलाओं की मानव बलि(human sacrifice for financial prosperity) मामले में पुलिस ने बुधवार को कहा कि गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों ने अपने पीड़ितों में से एक का मांस खाया था। पहले पढ़िए मामले में नया क्या हुआ?

कपल को मानव बलि चढ़ने में दिलचस्पी थी
मरहम लगाने वाले और मालिश करने वाले एक पारंपरिक वैद्य(वडियार) भगवल सिंह, उनकी पत्नी लैला और रेस्तरां के मालिक शिहाब उर्फ मोहम्मद शफी उर्फ ​​रशीद को 49 वर्षीय रोजली(रोजलिन और रोसेलिन) और 52 वर्षीय पद्मा की हत्या के सिलसिले में मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था। कोच्चि की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने बुधवार को तीनों को 26 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। कोच्चि शहर के पुलिस कमिश्नर सीएच नागराजू ने मीडिया से कहा, "हमारे पास सूचना है कि उन्होंने (आरोपी व्यक्तियों ने) पहले पीड़ित रोजली का मांस खाया था। जानकारी है, लेकिन हमारे पास कोई सबूत नहीं है। मामले को देखते हुए इस तरह की घटना की संभावना है। पीड़िताएं लॉटरी बेचती थीं, जिन्हें शफी ने एक अश्लील वीडियो में अभिनय करने के लिए पैसे की पेशकश करके लालच दिया और फंसाया। लापता होने तक वे कोच्चि में उसके सस्ते रेस्तरां में भी जाते थीं। 6 ​​जून को रोज़ली और 26 सितंबर को पद्मा गायब हुई थी। पुलिस को संदेह है कि एर्नाकुलम से लापता होने के 24 घंटे के भीतर महिलाओं की हत्या कर दी गई थी।

हत्याओं का पता तब चला जब पुलिस पद्मम के परिवार द्वारा दर्ज एक लापता व्यक्ति के मामले की जांच कर रही थी। मूल रूप से तमिलनाडु के धर्मपुरी की रहने वाली पद्मा कोच्चि में रह रही थीं। उसके लापता होने के एक दिन बाद 27 सितंबर को उसके परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने पाया कि पद्मा कॉल रिकॉर्ड का विश्लेषण करने के बाद शफी के संपर्क में था, जिसका नाम ड्रग पेडलिंग, हमले और बलात्कार सहित कई आपराधिक मामलों में था।

पुलिस ने किए कई चौंकाने वाले खुलासे
कोच्चि शहर के पुलिस कमिश्नर सीएच नागराजू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा-

"जब हमने मुख्य आरोपी शफी से पूछताछ की तो हमें पहले कुछ नहीं मिला। वैज्ञानिक जांच हमें पथानामथिट्टा तक ले गई। हमें जांच के दौरान पता चला कि शफी मुख्य साजिशकर्ता और विकृत व्यक्ति है।" 

"ऐसी संभावना है कि आरोपियों ने पीड़ितों की हत्या करने के बाद शरीर के अंगों को खा लिया है। इसकी जांच की जा रही है, लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। मुख्य आरोपी शफी एक विकृत व्यक्ति है। हम जांच कर रहे हैं कि क्या इसमें अन्य आरोपी हैं और क्या ऐसे और मामले हुए हैं?"

"हमने मारी गईं दोनों महिलाओं के शरीर के सभी हिस्सों को बरामद कर लिया है। पीड़ित महिला में से एक के शरीर के अंगों को तीन गड्ढों में से बरामद किया गया जहां उन्हें दफनाया गया था।"

मामले के मुख्य जांचकर्ता कोच्चि SCP एस. शशिधरन ने कहा-
"मुख्य आरोपी शफी ने वित्तीय कठिनाइयों वाले लोगों को खोजने के लिए फेसबुक का इस्तेमाल किया। उसने भगवल सिंह और लैला को पाया, जो मानव बलि में रुचि रखते थे। शफी ने अपनी पत्नी के फोन में फेसबुक चलाया था लेकिन वह नहीं जानती थी।"

"हम इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि क्या मुख्य आरोपी शफी ने कोई यौन शोषण किया है। इस मानव बलि अनुष्ठान मामले के अलावा विभिन्न अपराधों के तहत शफी के खिलाफ 8 मामले दर्ज हैं।"

भाजपा ने दिया ये बयान
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद जयहिंद ने एक बयान दिया है। इसमें कहा-केरल में दो महिलाओं की मानव बलि का चौंकाने वाला मामला! मुख्य आरोपी सत्तारूढ़ दल का है और एक इस्लामवादी है! लेकिन लॉबी की धर्मनिरपेक्ष चुप्पी अस्वीकार्य और खुलासा करने वाली है! अगर कोई बीजेपी से जुड़ा हुआ व्यक्ति होता तो लॉबी की क्या प्रतिक्रिया होती?pic.twitter.com/DFQfGMyXp9

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