सार
केरल में पिछले 8 हफ्तों में औसत डेली न्यू टेस्ट में लगभग 13 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है। औसत दैनिक नए टेस्ट 1,11,000 से घटकर 96,500 रह गए हैं।
नई दिल्ली। देश में दूसरी वेव पूरी तरह से समाप्त होने के पहले ही केरल कोविड-19 का सबसे बड़ा एपीसेंटर बन चुका है। मई 2021 मेें जब पूरे देश में कोरोना की दूसरी लहर पीक पर थी तो यहां हर दिन करीब 43 हजार नए केस आ रहे थे। अब दुबारा केरल पुरानी स्थितियों में पहुंच रहा है। जून के तीसरे सप्ताह से एक बार फिर केरल हाईरिस्क जोन में पहुंच चुका है। केरल की यह स्थितियां पूरे देश के लिए हाईअलर्ट है।
दूसरी पीक के प्रतिदिन अधिकतम केसों का 50 प्रतिशत जुलाई में
मई 2021 के मध्य से जून 2021 के पहले सप्ताह तक यह संख्या घटने लगी। लेकिन जून 2021 के तीसरे सप्ताह से अब तक, केरल में दैनिक नए मामलों में क्रमिक और लगातार वृद्धि देखी गई है। हाल ही में, केरल ने एक दिन में 22,000 से अधिक नए मामले दर्ज किए। यह मई 2021 के मध्य में केरल द्वारा देखी गई पीक का 50 प्रतिशत से अधिक है।
मौतों का आंकड़ा भी खौफनाक मंजर की ओर संकेत कर रहा
जून के पहले सप्ताह से अब तक, केरल में भी दैनिक कोविड मौतों की उच्च संख्या दर्ज की जा रही है। जून 2021 के पहले सप्ताह में, केरल में दैनिक नई कोविड मौतें 227 थीं और आज भी वे एक दिन में 150 से अधिक मौतों से अधिक हैं।
देश के एक्टिव केसों का एक तिहाई केस केवल केरल से
देश में कुल सक्रिय मामलों की संख्या केवल 4 लाख 3 हजार है। इसमें से 1 लाख 50 हजार एक्टिव केस अकेले केरल में हैं। औसत दैनिक नए मामलों में, पिछले 8 सप्ताह में केरल में 13 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।
औसत दैनिक मौतों में, पिछले 8 सप्ताहों में केरल में 97 औसत दैनिक मृत्यु और 174 औसत दैनिक नई मौतें देखी गई हैं।
पिछले 8 हफ्तों में केरल में साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 10.5 प्रतिशत से 14.8 प्रतिशत के बीच रहा है। पिछले 8 हफ्तों में, राज्य में पॉजिटिविटी प्रतिशत कभी भी 10 प्रतिशत से कम नहीं हुआ है।
कम हो गया डेली टेस्ट
केरल में पिछले 8 हफ्तों में औसत डेली न्यू टेस्ट में लगभग 13 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है। 3 से 9 जून 2021 के सप्ताह में, औसत दैनिक नए टेस्ट 1,11,000 से अधिक थे। हालांकि, 22 से 28 जुलाई 2021 के सप्ताह में, औसत दैनिक नए टेस्ट घटकर 96500 रह गए हैं।