सार

 खजुराहो में तीन दिवसीय खजुराहो लिटरेचर फेस्टिवल चल रहा है। इसमें देशभर से आए कई लेखक, रचनाकार और पत्रकार हिस्सा ले रहे हैं। यह दूसरा लिटरेचर फेस्टिवल है और 18 से 20 जनवरी तक चलेगा। 

छतरपुर. खजुराहो में तीन दिवसीय खजुराहो लिटरेचर फेस्टिवल चल रहा है। इसमें देशभर से आए कई लेखक, रचनाकार और पत्रकार हिस्सा ले रहे हैं। यह दूसरा लिटरेचर फेस्टिवल है और 18 से 20 जनवरी तक चलेगा। 

लिटरेचर फेस्टिवल में आज 4 सेशन आयोजित हुए। इनमें नए भारत में बदलती राजनीति, किस तरीके से भारत की अखंडता और संपूर्णता को बरकरार रखा जाए, जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। इस दौरान ऑडियोलॉजी और जुगाड़ पॉलिटिक्स को लेकर भी चर्चा हुई। 

इन आयोजनों से देश में फैले भ्रम पर लगेगी लगाम- अभिनव खरे
इस कार्यक्रम में एशिया नेट के सीईओ अभिनव खरे भी शामिल हुए। उन्होंने कहा, देश में इस तरह के आयोजन होते रहने चाहिए। ऐसे आयोजनों में तमाम मुद्दों पर खुलकर चर्चा हो सके, इससे देश में फैल रहीं भ्रामक जानकारियों पर भी रोक लगेगी। 

नागरिकता कानून पर भी हुई चर्चा
फेस्टिवल में इसमें प्रसिद्ध साइंटिस्ट आनंद रंगनाथन, कॉलमनिस्ट अभिनव प्रकाश और मीडिया संस्थानों से जुड़े लोगों ने चर्चा की। इस दौरान नागरिकता कानून को लेकर भी जानकारों ने अपनी राय रखी।