सार
कांग्रेस नेताओं द्वारा मोदी की तारीफ पर खुर्शीद का तंज, पीएम नरेंद्र मोदी के अच्छे कामों को भूसे में सुई ढूंढने जैसा बताया
नई दिल्ली. पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अच्छे कामों को भूसे के ढेर में सुई ढूंढने जैसा बताया है। दरअसल इन दिनों कांग्रेस में पीएम मोदी के अच्छे कामों की तारीफ का दौर जारी है। जिसके विपरीत खुर्शीद ने ये बयान दिया है। कांग्रेस नेता ने कहा जिस तरह से देश को चलाया जा रहा है, उससे कांग्रेस को काफी चिंता हो रही है।
पीएम मोदी की अभिषेक मनु सिंघवी ने की थी तारीफ
फ्रांस में हुए जी-7 समिट के इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात हुई। मोदी ने ट्रम्प के सामने ये साफ कर दिया कि भारत और पाकिस्तान के बीच सभी मुद्दे द्विपक्षीय हैं, इसलिए हम किसी तीसरे देश को कष्ट नहीं देना चाहते। इस बयान को लेकर कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने मोदी की तारीफ की। सिंघवी ने ट्वीट किया, "ये जानकर खुशी हुई कि जी-7 समिट के दौरान भारत-पाकिस्तान के बीच सभी मुद्दे द्विपक्षीय है, जिनमें कश्मीर भी शामिल है। कुछ भ्रम के बावजूद भी द्विपक्षीय ही रहेंगे। ये जानकर अच्छा लगा। बधाई हो।"
पीएम मोदी को खलनायक बताना गलत-जयराम रमेश
इससे पहले 23 अगस्त को सिंघवी ने कांग्रेस नेता जयराम रमेश के बयान का समर्थन किया था। उन्होंने कहा था, ''मैंने हमेशा कहा है कि मोदी को खलनायक बताना गलत है। ऐसा इसलिए नहीं कि वे देश के प्रधानमंत्री हैं। बल्कि ऐसा इसलिए क्योंकि विपक्ष इससे उनकी मदद कर रहा है। काम हमेशा अच्छे, बुरे होते हैं। लेकिन काम का मूल्यांकन मुद्दों के आधार पर करना चाहिए, नाकि व्यक्ति के आधार पर। जैसे उज्जवला योजना अच्छे कामों में एक है।'' दरअसल, रमेश ने कहा था कि हमें मोदी के 2014-2019 के बीच किए हुए कामों के महत्व को समझना होगा, जिनसे वे दोबारा सत्ता में लौटकर आए। इसके बाद शशि थरूर ने भी कहा कि पीएम मोदी की उनके सही कामों के लिए प्रशंसा करनी चाहिए।
खुर्शीद ने कहा, 'मेरे दृष्टिकोण से पीएम मोदी ने क्या अच्छा किया, यह तलाशना ऐसे ही है, जैसे भूसे में सुई की खोज की जाए।' मोदी को लेकर जयराम रमेश और अन्य नेताओं के बयानों को लेकर उन्होंने कहा कि वह किसी एक नेता को लेकर अपनी बात नहीं कहना चाहते। कांग्रेस नेता ने कहा, 'बीजेपी क्या कहती है और नतीजे क्या हैं, यह अलग बात है। लेकिन हम यह मानते हैं कि उनकी वजह से हमारा मनोबल बढ़ता है।' पार्टी में आंतरिक कलह को थामने में सोनिया गांधी की भूमिका पार्टी को मजबूती देने में सक्षम होगी।