सार
गुजरात के मोरबी में एक चलती कार में अचानक आग लगने से एक व्यापारी की दर्दनाक मौत हो गई। घटना मोरबी के लीलापार नहर रोड के पास हाईवे पर बीते दिन दोपहर की है। मृतक की पहचान मोरबी के पास एक्सपर्ट सेरेमिक्स फैक्ट्री के मालिक और 39 वर्षीय व्यवसायी अजय गोपानी के रूप में हुई है। आग लगने की सूचना मिलते ही मोरबी नगर पालिका का दमकल दल मौके पर पहुंचा और पानी की बौछारों से आग बुझाने का काम शुरू कर दिया। अग्निशमन दल के जवान तुरंत मौके पर पहुंचे और आग बुझाने का काम शुरू कर दिया, लेकिन गोपानी वाहन में फंस गए और बाहर नहीं निकल सके। दरवाजे लॉक होने के कारण वह कार के अंदर ही फंस गए और उनकी मौत हो गई। सामने आए वीडियो फुटेज से पता चलता है कि अजय गोपानी जिस कार में सवार थे वह जीजे 36 एसी 4971 नंबर की किआ सेल्टोस कार थी।
बाद में शव को पोस्टमार्टम के लिए स्थानीय अस्पताल भेज दिया गया। पुलिस आग लगने के कारणों की जांच कर रही है। दमकलकर्मियों ने जली हुई कार से पांच लाख रुपये नकद, 8 मोबाइल फोन, एक पिस्टल, सोने की चेन और कीमती घड़ियां सहित कई सामान बरामद किया। पुलिस की मौजूदगी में इन्हें परिजनों को सौंप दिया गया।
कार में आग लगने पर बचने के उपाय
कार में हथौड़े जैसा उपकरण रखें:
यह आपको कार का शीशा तोड़ने में मदद करेगा।
कैंची:
अगर सीट बेल्ट लॉक हो गई है तो कैंची से उसे काटा जा सकता है।
अग्निशामक यंत्र:
आग लगने की स्थिति में इसे बुझाया जा सकता है।
आग से बचाव के लिए इन बातों का रखें ध्यान
ऑयल फिल्टर, इंजन कूलेंट, इंजन ऑयल को समय पर बदलते रहें।
अनुचित विद्युत उपकरण बैटरी पर अतिरिक्त भार डालते हैं।
केवल अधिकृत स्थान पर ही सीएनजी फिटिंग और जांच करवाएं।
अधिक संशोधन से कार में तकनीकी खराबी आने की संभावना बढ़ जाती है।
अगर आपको लगता है कि कार ज्यादा गर्म हो रही है, तो कार को किनारे पर रोक दें और उसे ठंडा होने दें।
कार में आग कब लगती है?
- ढीले बैटरी टर्मिनल शॉर्ट सर्किट का कारण बन सकते हैं।
- अगर बैटरी की देखभाल नहीं की जाती है, तो अक्सर उसमें से पानी या एसिड रिसने लगता है, जिससे शॉर्ट सर्किट भी हो सकता है।
- सेंट्रल लॉकिंग, ऑडियो सिस्टम, कैमरा, हॉर्न, हेडलाइट आदि किसी भी तरह के एक्सटर्नल डिवाइस की वायरिंग सही से नहीं होने पर भी शॉर्ट सर्किट हो सकता है।
अक्सर लोग परफ्यूम जैसी ज्वलनशील चीजें कारों में रखते हैं। ये अक्सर भाप बनकर उड़ते हैं और कार में आग लगा देते हैं। लोग अक्सर कार के आसपास खड़े होकर सिगरेट पीते हैं। इससे भी आग लगने का खतरा रहता है।
आग लगने के लक्षण क्या हैं?
आग कभी भी अचानक नहीं लगती है। इससे पहले शॉर्ट सर्किट या वायरिंग से आने वाली बदबू जैसे कुछ संकेत मिलते हैं। कई बार अचानक धुआं निकलने लगता है। कई बार कार को चलाने में दिक्कत होती है। कई बार चिंगारी भी दिखाई देती है। अगर ऐसा कुछ भी होता है तो तुरंत कार रोककर उसमें से बाहर निकल जाएं और मैकेनिक को बुलाकर कार की जांच करवाएं।
बचने के लिए क्या करें?
- कार की बैटरी की नियमित जांच कराएं
- हर छह से आठ महीने में बैटरी की जांच कराएं
- अगर कार खराब हो जाती है और लॉक नहीं खुलता है तो शीशा तोड़कर तुरंत बाहर निकलें
- मैकेनिक के आने तक कार में न बैठें।