सार

सरकार के तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली के बॉर्डर पर पिछले दो महीनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रदर्शकारियों द्वारा ट्रैक्टर रैली निकाली गई थी। इस रैली में उनके द्वारा जमकर उत्पात किया गया था, जिसमें जान-माल दोनों ही हानि हुई थी।

नई दिल्ली. सरकार के तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली के बॉर्डर पर पिछले दो महीनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रदर्शकारियों द्वारा ट्रैक्टर रैली निकाली गई थी। इस रैली में उनके द्वारा जमकर उत्पात किया गया था, जिसमें जान-माल दोनों ही हानि हुई थी। इस आंदोलन का नेतृत्व संयुक्त किसान मोर्चा ने किया था। संयुक्त किसान मोर्चा ने आरोप लगाया कि किसानों को फर्जी मामलों में फंसाया जा रहा है, उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। इतना ही नहीं किसान नेताओं ने संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि ट्रैक्टर रैली में शामिल 16 किसान अभी भी लापता हैं। 

किसान आंदोलन के 122 किसान हैं गिरफ्तार 

इतना ही नहीं, संयुक्त किसान मोर्चा का कहना है कि 14 एफआईआर के सिलसिले में दिल्ली पुलिस ने 122 किसानों को गिरफ्तार किया है। कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने आरोप लगाया है कि किसानों को फर्जी मामलों में फंसाया जा रहा है, उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। 

इसके साथ ही संगठन का कहना है कि जिन किसानों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है संयुक्त किसान मोर्चा उनका सारा खर्चा वहन करेगा।