सार
2019 में लोकसभा चुनाव 7 चरणों में हुआ था। भाजपा को 303 सीटों पर जीत मिली थी। सीटों की संख्या के मामले में उत्तर प्रदेश पहले नंबर पर है।
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) के लिए चंद दिनों में बिगुल बजने वाला है। जल्द ही चुनाव आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा की जाएगी। 2019 का आम चुनाव 7 चरण में पूरा हुआ था। 11, 18, 23 व 29 अप्रैल और 6, 12 व 19 मई को मतदान हुए थे। आम चुनाव 543 सीटों पर होते हैं। सीटों की संख्या के मामले में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर है। यहां लोकसभा की 80 सीटें हैं। दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र (48 सीट) और तीसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल (42 सीट) है। 2019 के चुनाव में भाजपा को 303 सीटों पर जीत मिली थी।
किस राज्य में हैं लोकसभा की कितनी सीटें
राज्य का नाम और सीटों की संख्या
- अंडमान और निकोबार द्वीप समूह-1
- आंध्र प्रदेश- 25
- अरुणाचल प्रदेश- 2
- असम- 14
- बिहार-40
- चंडीगढ़-1
- छत्तीसगढ़- 11
- दादरा और नागर हवेली-1
- दमन और दीव- 1
- गोवा- 2
- गुजरात- 26
- हरियाणा- 10
- हिमाचल प्रदेश- 4
- जम्मू और कश्मीर- 6
- झारखंड- 14
- कर्नाटक- 28
- केरल- 20
- लक्षद्वीप- 1
- मध्य प्रदेश-29
- महाराष्ट्र- 48
- मणिपुर- 2
- मेघालय- 2
- मिजोरम- 1
- नागालैंड- 1
- दिल्ली- 7
- ओडिशा- 21
- पुडुचेरी- 1
- पंजाब- 13
- राजस्थान- 25
- सिक्किम- 1
- तमिलनाडु- 39
- तेलंगाना- 17
- त्रिपुरा- 2
- उत्तराखंड- 5
- उत्तर प्रदेश- 80
- पश्चिम बंगाल- 42
लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा को मिली थी 303 सीटें
भाजपा ने 2024 के चुनाव में 370 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। पार्टी को 2019 के चुनाव में 303 सीटों पर जीत मिली थी। कांग्रेस को 52, डीएमके को 24, तृणमूल कांग्रेस को 22, YSRCP को 22, शिवसेना को 18, जदयू को 16, बीजेडी को 12, बीएसपी को 10, टीआरएस को 9, एलजेपी को 6,एनसीपी को 5, एसपी को 5, आईएडी को 4, सीपीआईएम को तीन और अन्य को 32 सीटों पर जीत मिली थी।
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गौरतलब है कि 2019 से 2024 के बीच पांच साल में कई पार्टियों की स्थिति बदल गई है। शिवसेना, एनसीपी और एलजेपी में टूट हुई है। इन तीनों पार्टियों के दो गुट बन गए हैं। चुनाव भाजपा के नेतृत्व वाले NDA बनाम विपक्षी दलों के गठबंधन INDIA के बीच होने जा रहा है। हालांकि INDIA गठबंधन बनने के बाद भी विपक्ष दलों की एकता सवालों के घेरे में है। तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करने का ऐलान किया है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने INDIA गठबंधन को आकार देने में बड़ी भूमिका निभाई थी, लेकिन वह विपक्षी दलों का साथ छोड़कर NDA में आ गए हैं।