सार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के अमरोहा में रैली की। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला।
अमरोहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के अमरोहा में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव को दो शहजादों की जोड़ी बताया। पीएम ने कहा कि ये लोग तुष्टिकरण की टोकरी लेकर जनता से वोट मांग रहे हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, "यूपी में एक बार फिर दो शहजादों की जोड़ी की फिल्म की शूटिंग चल रही है आजकल। ये दो शहजादों की फिल्म का पहले ही रिजेक्शन हो चुका है। हर बार ये लोग परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण की टोकरी उठाकर यूपी की जनता से वोट मांगने निकल पड़ते हैं। अपने इस अभियान में ये लोग हमारी आस्था पर हमला करने का कोई मौका नहीं छोड़ते। आप याद कीजिए इनकी सरकार को यहां के पवित्र सिगड़ी मेले से कितनी दिक्कत थी। यहां जो कांग्रेस के प्रत्याशी हैं उन्हें तो भारत माता की जय बोलने तक में आपत्ति थी। जिसको भारत माता की जय मंजूर नहीं वह भारत की संसद में शोभा देता है क्या? ऐसे व्यक्ति को भारत की संसद में प्रवेश मिलना चाहिए क्या?"
राम मंदिर और सनातन आस्था को गालियां दे रहे हैं सपा-कांग्रेस
पीएम मोदी ने कहा, "अयोध्या में राम मंदिर बना तो सपा-कांग्रेस दोनों पार्टियों ने प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकरा दिया। वोट बैंक के भूखे ये लोग प्रभू राम के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर निमंत्रण ठुकराते हैं। जिन्होंने जीवन भर बाबरी मस्जिद का केस लड़ा, सुप्रीम कोर्ट में हार गए तो खुद प्राण प्रतिष्ठा में शामिल हुए। इनको तो उसमें भी शर्म आ रही है। ये तो उनसे भी गए बीते हैं। निमंत्रण ठुकराने से भी इनका मन नहीं भरा। ये लोग आए दिन राम मंदिर और सनातन आस्था को गालियां दे रहे हैं। अभी राम नवमी पर अयोध्या में प्रभू राम लला का इतना भव्य सूर्य तिलक हुआ। आज जब पूरा देश राममय है तो समाजवादी पार्टी वाले वोट बैंक के चलते राम की भक्ति करने वालों को पाखंडी कहते हैं। क्या राम भक्त पाखंडी हैं?
सनातन से घृणा करते हैं इंडी गठबंधन वाले
नरेंद्र मोदी ने कहा, “इंडी गठबंधन वाले सनातन से घृणा करते हैं। अभी मैं द्वारका गया और समुद्र में नीचे जाकर भगवान श्रीकृष्ण की पूजा की। कांग्रेस के शहजादे कहते हैं कि समुद्र के नीचे पूजा करने लायक कुछ है ही नहीं। हमारी हजारों वर्ष की आस्था और भक्ति को ये लोग सिर्फ वोटबैंक के लिए खारिज कर रहे हैं। बिहार और उत्तर प्रदेश में अपने आप को यदुवंशी कहने वाले नेताओं से मैं पूछना चाहता हूं कि आप भगवान श्रीकृष्ण और द्वारका का अपमान करने वालों के साथ कैसे समझौता कर सकते हो। तुष्टिकरण के इसी खेल ने UP को और खासकर हमारे पश्चिमी UP को दंगों की आग में जलाया था। यहां के लोग गुंडाराज का वो दौर कभी भी भूल नहीं सकते।”