सार
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी (Mahant Narendra Giri Death) को 23 सितंबर को भू-समाधि दी जाएगी। बता दें कि महंत की संदिग्ध हालात में सोमवार को मौत हो गई थी। उनकी लाश फंदे पर लटकी मिली थी, लेकिन मामले की जांच Murder के एंगल से भी की जा रही है।
प्रयागराज, यूपी.अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी (Mahant Narendra Giri Death) को 23 सितंबर को भू-समाधि दी जाएगी। बता दें कि महंत की सोमवार को संदिग्ध हालात में मौत का मामला सामने आया है। पुलिस ने सोमवार देर शाम उनके शिष्य आनंद गिरी को हिरासत में लिया है। गिरी का शव प्रयागराज के उनके बाघंबरी मठ में ही फांसी के फंदे से लटकता मिला था। महंत के कमरे से 6 से 7 पेज का सुसाइड नोट भी मिला है। इसी बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी को प्रयागराज में उनके बाघंबरी मठ स्थित आवास पर जाकर श्रद्धांजलि दी। योगी ने बताया कि अखाड़ा परिषद के सदस्यों की राय है कि नरेंद्र गिरी का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए आज बाघंबरी पीठ में ही रहेगा। 23 सितंबर को भू-समाधि का कार्यक्रम किया जाएगा। महंत नरेंद्र गिरी को श्रद्धासुमन अर्पित करने पूर्व सीएम व सपा मुखिया अखिलेश यादव भी पहुंचे। उन्होंने मामले की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज की देखरेख में कराने की मांग की है।
योगी ने कहा-दोषियों को सजा मिलेगी
इस मौके पर मीडिया से चर्चा करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा-कल की घटना को लेकर बहुत से साक्ष्य इकट्ठे किए गए हैं। पुलिस की एक टीम, यहां के एडीजी जोन, आईजी रेंज और डीआईजी प्रयागराज, मंडलायुक्त प्रयागराज सभी अधिकारी एकसाथ मिलकर इस काम को आगे बढ़ा रहे हैं। एक-एक घटना का पर्दाफाश होगा और दोषी को अवश्य सजा मिलेगी। इस दुखद घटना से हम सब व्यथित हैं। यह हमारे आध्यात्मिक और धार्मिक समाज की अपूरणीय क्षति है। मान अपमान की चिंता के बगैर उन्होंने प्रयागराज कुंभ को भव्यता के साथ आयोजित करने में योगदान दिया था। समाज और देश के हित में किए जाने वाले हर निर्णय में उनका सहयोग प्राप्त होता था।
ADG(L&O) प्रशांत कुमार ने बताया कि नरेंद्र गिरी के शिष्य आनंद गिरी के खिलाफ आईपीसी की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसका नाम महंत नरेंद्र गिरी की मौत के मामले में सुसाइड नोट में भी है। जांच की जा रही है। आनंद गिरी को उसी दिन पुलिस हिरासत में लिया गया था।
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने की हाईकोर्ट के सिटिंग जज से जांच कराने की मांग
महंत नरेंद्र गिरी को श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे सपा प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि महंत नरेंद्र गिरी की मृत्यु को लेकर अलग-अलग खबरें आईं है। यह एक बड़ा विषय है कि उनकी मृत्यु कैसे हुई। न केवल आम लोग, अखाड़ा परिषद से जुड़ लोग भी चाहते हैं महंत गिरि की मौत की सच्चाई सामने आए। इसलिए हाई कोर्ट के सिटिंग जज की अध्यक्षता में इस मामले की जांच होनी चाहिए।
क्या ब्लैकमेल किया जा रहा था?
सूत्रों के मुताबिक, महंत गिरी के किसी वीडियो की CD तैयार की गई थी। इसके आधार पर उन्हें कोई ब्लैकमेल कर रहा था। पुलिस ने सीडी जब्त कर ली है। शिष्यों का दावा है कि मौत से पहले नरेंद्र गिरी ने अपने कबूलनामे का एक वीडियो भी बनाया था।
मायावती ने कहा
बसपा सुप्रीमो मायावती ने महंत नरेंद्र गिरि की मौत पर शोक जताते हुए कहा कि "देश के प्रख्यात संत व अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत श्री नरेन्द्र गिरि जी की मौत की खबर अति-दुःखद तथा जिस परिस्थिति में उनकी मौत की खबर है वह अति-चिन्तनीय। उनके अनुयाइयों के प्रति मेरी गहरी संवेदना। सरकार जन भावना व मामले की गंभीरता के अनुरूप संतोषजनक कार्रवाई करे।"
CBI जांच की मांग
महंत की मौत पर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने दु:ख जताते हुए कहा है कि जो भी उनकी मौत का दोषी होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। इस बीच अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह ने नरेंद्र गिरि की मौत की जांच CBI से कराने की मांग उठाई है। इस मामले में CBI जांच की मांग को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक याचिका लगाई गई है। पिटीशन वकील सुनील चौधरी ने लगाई है। इसमें प्रयागराज के DM और SSP को तुरंत बर्खास्त करने की मांग भी की गई है।