सार

महाराष्ट्र में काफी दिनों तक चले सियासी ड्रामे का अंत एकनाथ शिंदे के सीएम बनने के बाद हो गया। बीजेपी की मदद से मुख्यमंत्री बने शिवसेना के बागी एकनाथ शिंदे ने पदभार संभालने के करीब नौ दिन बाद पीएम मोदी समेत बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात कर आवश्यक चर्चा की है। 

नई दिल्ली। महाराष्ट्र (Maharashtra) में सियासी उलटफेर के सबसे बड़े नेतृत्वकर्ता एकनाथ शिंदे शनिवार को दिल्ली में थे। ठाकरे परिवार (Thackeray family) से मुख्यमंत्री की कुर्सी छीनने के बाद महाराष्ट्र का सीएम बनकर पहली बार दिल्ली पहुंचे एकनाथ शिंदे ने बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की है। वह पीएम मोदी (PM Modi) से मिलकर भी उनका धन्यवाद दिया और महाराष्ट्र के विकास को लेकर आवश्यक वार्ता की है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ पीएम मोदी से मिलने उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी पहुंचे थे। 

दोनों नेताओं ने पीएम मोदी को बुके किया भेंट

पीएम मोदी से मिलने पहुंचे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुके और स्मृतिचिन्ह देकर उनका आभार जताया। पीएम के साथ दोनों नेताओं ने महाराष्ट्र की राजनीति व राज्य के विकास परियोजनाओं पर चर्चा की है। 

 

बीजेपी अध्यक्ष नड्डा, राजनाथ, शाह से भी मिले शिंदे

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने शपथ ग्रहण के 9 दिन बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है। देवेंद्र फडणवीस भी उनके साथ थे। सूत्रों के अनुसार नड्डा के साथ मुलाकात के दौरान महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार पर बात हुई। यह मुलाकात करीब आधा घंटा चली। इसके बाद एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। जबकि दोनों नेताओं ने शुक्रवार रात गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। माना जा रहा है कि बीजेपी नेताओं व सरकार के टॉप लीडरशिप से मिलने के पीछे की वजह महाराष्ट्र में पॉवर शेयर फार्मूले पर विचार विमर्श है। 

शिंदे की अगुवाई में शिवसेना में हुई थी बगावत

महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी सरकार से बगावत करके एकनाथ शिंदे ने 39 विधायकों के साथ दूसरे राज्य में डेरा जमा लिया था। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की सरकार को इस बगावत के बाद इस्तीफा देना पड़ा था। कई दिनों तक चले इस ड्रामे में बीजेपी ने शिवसेना के बागी विधायकों को समर्थन देकर सरकार बनवा दी थी। इसके बाद मुख्यमंत्री पद की शपथ एकनाथ शिंदे ने ली थी। जबकि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके बीजेपी के सीनियर लीडर देवेंद्र फडणवीस को बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व के दबाव में उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेनी पड़ी।

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