सार

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को राज्य में भारी बारिश से हुए नुकसान का मुआवजा देने की घोषणा कर दी है। सीएम उद्धव ने वर्षा प्रभावित क्षेत्रों के लिए 10,000 करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की है।  सीएम ने कहा कि दिवाली से पहले मुआवजे की राशि का वितरण कर दिया जाएगा।

मुंबई. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को राज्य में भारी बारिश से हुए नुकसान का मुआवजा देने की घोषणा कर दी है। सीएम उद्धव ने वर्षा प्रभावित क्षेत्रों के लिए 10,000 करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि बाढ़ और बारिश से प्रभावित लोगों की मदद करना सरकार का कर्तव्य है। सीएम ने कहा कि दिवाली से पहले मुआवजे की राशि का वितरण कर दिया जाएगा।

दरअसल, सीएम उद्धव ठाकरे ने बुधवार को उस्मानाबाद जिले समेत कईं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया था। जिसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि जल्द राज्य के बाढ़ प्रभावित इलाकों के सरकार मुआवजे का ऐलान कर सकती है। मुआवजा राशि देने के संबंध में सीएम ने कहा कि 'समीक्षा बैठक के बाद, मैंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में विभिन्न कार्यों के लिए किसानों और प्रभावित लोगों को 10000 करोड़ रुपये की मदद देने का फैसला किया है। हम दिवाली तक लोगों तक यह मदद पहुँचाने की कोशिश करेंगे।'

राशि को 6800 रुपये प्रति हेक्टेयर से 10000 रुपये प्रति हेक्टेयर किया 

इसके साथ ही सीएम उद्धव ने कहा कि हमारी सरकार किसानों को 6800 रुपये प्रति हेक्टेयर की मदद के बजाय, इसे बढ़ाकर 10000 रुपये प्रति हेक्टेयर देगी। मैं केंद्र से भी ऐसा करने का आग्रह करूंगा कि वो भी मुआवजा राशि को बढ़ाए। सीएम के मुताबिक,अब तक सरकार ने आपदा प्रभावितों को लगभग 3800 करोड़ रुपये की मदद प्रदान की है।

10 जिलों में हुआ अधिक नुकसान

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मध्य और पश्चिमी महाराष्ट्र के 10 से अधिक जिलों की 10 लाख हेक्टेयर से अधिक तैयार फसलों को बारिश ने भारी नुकसान पहुंचाया है। सोयाबीन, गन्ना, कपास और दलहनी फसलों जैसे मूंग, उड़द को बड़ा नुकसान हुआ है। पश्चिमी महाराष्ट्र के सोलापुर, सांगली और सतारा और मध्य महाराष्ट्र के उस्मानाबाद, लातूर और बीड में पिछले सप्ताह बहुत बारिश हुई थी।

सर्वे के बाद क्या कहा था उद्धव ने?

बुधवार को बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा करने के बाद सीएम उद्धव ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि 'मेरी प्रकृति काम को सही तरीके से करने की है। राहत पैकेज को अंतिम रूप देने का काम मुंबई में जारी है। उन्होनें कहा की, त्योहारों के समय में, मैं अपने लोगों को अपनी आंखों में आंसू नहीं आने दूंगा।