सार
लोकसभा चुनाव से पहले राजनैतिक दलों के बीच खींचतान शुरू हो गई है। पश्चिम बंगाल की चीफ मिनिस्टर ममता बनर्जी ने इंडिया ब्लॉक गठबंधन से सीट शेयरिंग नहीं करने की बात कहकर अलग राह चुन ली है।
Mamata Banerjee. कुछ दिन पहले ही कांग्रेस पार्टी के साथ सीट शेयरिंग न करने की बात कहने वाली ममता बनर्जी ने अब केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। ममता बनर्जी ने केंद्र को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि राज्य का बकाया पैसा केंद्र जारी नहीं करता है तो वे जल्द ही बड़ा आंदोलन शुरू कर देंगी। इससे साफ है कि तृणमूल कांग्रेस की नेता अब बीजेपी से अकेले ही सीधे टक्कर लेने के मूड में हैं क्योंकि कांग्रेस से दूरी बन चुकी है। यही वजह है कि ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार को अल्टीमेटम दे दिया है।
ममता बनर्जी ने क्यों दिया केंद्र को अल्टीमेटम
पश्चिम बंगाल सरकार के आंकड़ों के अनुसार प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत केंद्र सरकार को 9,330 करोड़ रुपए राज्य को देने हैं। मनरेगा के तहत 6,900 करोड़ रुपए, नेशनल हेल्थ मिशन का 830 करोड़, पीएम ग्राम सड़क योजना के तहत 770 करोड़ रुपए केंद्र को देने हैं। इसके अलावा स्वच्छ भारत मिशन का 350 करोड़, मिड डे मील योजना का 175 करोड़ रुपए भी केंद्र पर बकाया है। ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार को 7 दिनों की मोहलत है, नहीं तो वे बड़ा आंदोलन खड़ा करेंगी और राज्य का पैसा मांगेंगी। ममता बनर्जी ने 26 जनवरी गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान राजभवन में यह बयान दिया।
ममता बनर्जी ने की पीएम मोदी से मुलाकात
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने 20 दिसंबर 2023 को पीएम मोदी से मिली थीं और उनका दावा है कि मीटिंग के दौरान भी बकाया राशि को लेकर चर्चा की थी। इसके बाद पीएम मोदी ने राज्य और केंद्र के अधिकारियों को बैठकर इस मुद्दे को हल करने के निर्देश दिए थे। इसी सप्ताह राज्य के अधिकारियों ने केंद्र का दौरा किया था और रिपोर्ट सौंपी थी। केंद्रीय अधिकारियों ने भी नियमों के उल्लंघन की रिपोर्ट दी है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि कुल मिलाकर ममता बनर्जी अब इसे राजनैतिक मुद्दा बनाकर लोकसभा चुनाव से पहले बज क्रिएट करना चाहती हैं।
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