सार

मणिपुर उनके लिए साफ्ट टारगेट बना हुआ है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देशों के साथ बनी अस्थिरता से नशीले पदार्थों की तस्करी और क्राइम बढ़ सकता है।

Manipur Violence updates: सेना के पूर्व प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने मणिपुर हिंसा भड़काने में विदेशी ताकतों की साजिश की आशंका जताई है। जनरल नरवणे ने कहा कि मणिपुर हिंसा को सरहद पार के दुश्मनों ने भड़काया है। विदेशी ताकतें साजिश रचकर देश को अस्थिर करने की साजिश कर रही हैं। मणिपुर उनके लिए साफ्ट टारगेट बना हुआ है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देशों के साथ बनी अस्थिरता से नशीले पदार्थों की तस्करी और क्राइम बढ़ सकता है।

जनरल नरवाने ने चिंता व्यक्त किया कि अस्थिरता से देश की राष्ट्रीय सुरक्षा निर्माण में मदद नहीं मिल सकती। विदेशी एजेंसियों की भागीदारी से इनकार नहीं किया जा सकता है। लेकिन मैं कहूंगा कि यह निश्चित रूप से है। उन्होंने कहा कि खासकर चीन की सहायता विभिन्न विद्रोही समूहों को काफी वर्षों से मिलता रहा है। वह चीनी सहायता उनको मिलती रहीं है तो इस समय भी जारी होगी।।

विपक्षी सांसदों का डेलीगेशन पहुंचा है मणिपुर

I.N.D.I.A के सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को मणिपुर पहुंचा। दो दिनों से 21 सांसदों का प्रतिनिधिमंडल, राज्य के हिंसा प्रभावित लोगों से मुलाकात कर स्थितियों का आंकलन करेंगे। सबसे पहले सांसदों का दल चूराचांदपुर रिलीफ कैंप पहुंचा। यहां हिंसा पीड़ितों से मुलाकात कर उनके दर्द को बांटा। पढ़िए पूरी खबर…

गृह मंत्रालय ने दिया है सीबीआई जांच का आदेश

मणिपुर हिंसा के दौरान दो महिलाओं को नंगा कर भीड़ द्वारा परेड कराए जाने और उनके साथ यौन हिंसा की वायरल वीडियो की जांच सीबीआई के हवाले कर दी गई है। कई दिनों से संसद में हंगामा और पूरे देश में आक्रोश के बाद गृह मंत्रालय ने यह निर्णय लिया। 27 जुलाई को गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार की सिफारिश पर सीबीआई जांच का आदेश दिया। पढ़िए पूरी खबर…

तीन महीना से हिंसा जारी

मणिपुर तीन मई से जातीय हिंसा की आग में जल रहा है। चार मई को भीड़ द्वारा दो नग्न महिलाओं का परेड कराए जाने की घटना हुई थी। राज्य में हिंसा में अब तक 160 से अधिक लोगों की मौत हुई है। यहां मैतेई और कुकी समुदाय के लोगों के बीच संघर्ष हो रहा है। कई हजार लोग बेघर हो चुके हैं। सैकड़ों घरों को आग के हवाले दंगाई कर चुके हैं। राज्य में शांति बहाली के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से लेकर उनके सहयोगी राज्यमंत्री नित्यानंद राय के अलावा सेना व सुरक्षा बलों के बड़े अफसर कैंप कर चुके हैं। शांति बहाली की हर कोशिश नाकाम साबित हो रही हैं। तीन महीना से शांति बहाली की कोशिशें क्यों हुई नाकाम…पढ़िए