सार

कृषि कानूनों को लेकर सड़क से संसद तक घमासान जारी है। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे को लेकर विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। वहीं, भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, हम आर्थिक मामलों की जानकारी के लिए गीता गोपीनाथ जैसे लोगों के पास जाते हैं जबकि विपक्ष के लोग रिहाना, मिया खलीफा और ग्रेटा थनबर्ग के रास्ते पर चलते हैं। 

नई दिल्ली. कृषि कानूनों को लेकर सड़क से संसद तक घमासान जारी है। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे को लेकर विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। वहीं, भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, हम आर्थिक मामलों की जानकारी के लिए गीता गोपीनाथ जैसे लोगों के पास जाते हैं जबकि विपक्ष के लोग रिहाना, मिया खलीफा और ग्रेटा थनबर्ग के रास्ते पर चलते हैं। 

दरअसल, संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए बजट पर चर्चा हुई। इस दौरान मीनाक्षी लेखी ने कहा, हम देख रहे हैं कि कुछ लोग देश बच्चों और महिलाओं का हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। 

विपक्ष मिया खलीफा और रिहाना जैसे लोगों के पास जाता है
लेखी ने कहा, मैं अपनी बात करूं तो मुझे जब भी आर्थिक आंकड़े चाहिए होते हैं, तो मैं ऐसे लोगों के पास जाती हूं, जिनका आर्थिक बैकग्राउंड होता है। इकॉनामिकल डेटा और डिटेल्स के लिए मैं गीता गोपीनाथ जैसे लोगों के पास जाती हूं। लेकिन विपक्ष के लोग इसके लिए मिया खलीफा और रिहाना जैसे लोगों के पास जाते हैं।

मुझे रिहाना और खलीफा के बारे में जानकारी नहीं- लेखी
मीनाक्षी लेखी ने कहा, मैंने रिहाना का अब तक नाम भी नहीं सुना था और मिया खलीफा के बारे में भी नहीं जानती थी। मुझे लगता है कि इस बारे में विपक्ष के लोग मुझे जानकारी देंगे। उन्होंने कहा, कृषि कानूनों पर चर्चा के लिए विपक्ष 18 साल की बच्ची ग्रेटा थनबर्ग पर भरोसा कर रहा है। वह एक बच्ची को इस्तेमाल कर रहे हैं।