सार

हैदराबाद में डॉक्टर से गैंगरेप फिर हत्या करने वाले आरोपियों को लेकर पूरे देश में गुस्सा है। फांसी की सजा की मांग की जा रही है। इस बीच खबर आई है कि तिहाड़ जेल में बंद सभी दोषियों में से विनय शर्मा की दया याचिका गृह मंत्रालय को मिली है। 

नई दिल्ली. हैदराबाद में डॉक्टर से गैंगरेप फिर हत्या करने वाले आरोपियों को लेकर पूरे देश में गुस्सा है। फांसी की सजा की मांग की जा रही है। इस बीच खबर आई है कि तिहाड़ जेल में बंद सभी दोषियों में से विनय शर्मा की दया याचिका गृह मंत्रालय को मिली है। यह दया याचिका हाल ही में दिल्ली सरकार और दिल्ली के उप-राज्यपाल ने खारिज कर दी थी। अब गृह मंत्रालय इसे राष्ट्रपति के पास भेजेगा। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि 16 दिसंबर 2012 को निर्भया गैंगरेप की वारदात के चारों दोषियों को आगामी 16 दिसंबर को ही फांसी पर लटकाया जा सकता है। 

याचिका खारिज होते ही फांसी देने की तैयारी होगी
निर्भया के दोषियों को फांसी देने पर तिहाड़ जेल प्रशासन का कहना है कि जैसे ही दोषियों की दया याचिका राष्ट्रपति द्वारा खारिज की जाएगी। वैसे ही जेल प्रशासन इन्हें फांसी पर लटकाने के लिए तैयारियां शुरू कर देगा।

"यह बेहद जघन्य अपराध"
दया याचिका खारिज करते हुए दिल्ली के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन ने लिखा था, "यह बेहद जघन्य अपराध है, जिसमें याचिकाकर्ता ने बहुत दरिन्दगी की, यह वह केस है जिसमें एक बेहद सख्त सजा देनी जरूरी है जिससे दूसरे लोग ऐसा अपराध करने से डरें। दया याचिका खारिज करने की सिफारिश करता हूं।"