सार

खनन घोटाले में आरोपी बनाए जाने के बाद रेड्डी काफी सालों से राजनीतिक रूप से निष्क्रिय भी थे। उन्होंने 2018 के विधानसभा चुनाव में केवल अपने मित्र वर्तमान मंत्री बी श्रीरामुलु के लिए प्रचार किया था। 

Kalyana Rajya Pragati Paksha: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में एक नई पार्टी का दस्तक हो चुका है। माइनिंग बैरन पूर्व मंत्री जी.जनार्दन रेड्डी ने नई पार्टी का ऐलान किया है। कल्याण राज्य प्रगति पक्ष नाम से नई पार्टी की घोषणा के साथ ही उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ने की भी जानकारी दी। रेड्डी के दो भाई बीजेपी से विधायक हैं तो उनके बेहद खास दोस्त राज्य सरकार के मंत्री हैं। 

बेल्लारी से बाहर ही करेंगे राजनीति

कर्नाटक के पूर्व मंत्री जी जर्नादन रेड्डी का बीजेपी से करीब दो दशक पुराना रिश्ता रहा है। बीजेपी के दिग्गज नेताओं से संबंध रखने वाले रेड्डी उस वक्त सुर्खियों में आए थे जब वह पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय सुषमा स्वराज के लिए बेल्लारी लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए उतरे थे। तब बेल्लारी से कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी चुनाव मैदान में थीं। हालांकि, खनन घोटाले में आरोपी बनाए जाने के बाद रेड्डी काफी सालों से राजनीतिक रूप से निष्क्रिय भी थे। उन्होंने 2018 के विधानसभा चुनाव में केवल अपने मित्र वर्तमान मंत्री बी श्रीरामुलु के लिए प्रचार किया था। 

बेल्लारी सहित कई जगहों पर जाने से है रोक

जी.जनार्दन रेड्डी 2015 से खनन घोटाले के आरोप में जमानत पर हैं। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने उनको कुछ शर्तों के साथ ही जमानत दी है। इन शर्तों में उनको उनके गृह जिला बेल्लारी, आंध्र प्रदेश के कडप्पा और अनंतपुर में जाने से रोक है। वैसे बीते दिनों उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपने गृह जिले में जाने की अनुमति मांगी थी। कोर्ट ने उनकी लडृकी को बेटी होने पर उससे मिलने बेल्लारी जाने की अनुमति दे दी थी।

गंगावती से लड़ेंगे विधानसभा चुनाव

जी.जनार्दन रेड्डी गंगावती से विधानसभा लड़ेंगे। यह कोप्पल जिले में है। जी जनार्दन रेड्डी की पत्नी अरुणा लक्ष्मी ने हाल ही में गंगावती में अपने नए घर में गृह प्रवेश किया है। गंगावती निर्वाचन क्षेत्र बल्लारी जिले की सीमा पर स्थित है। यह बेल्लारी से करीब 62 किलोमीटर दूर है।

पत्नी भी उतरेगी राजनीति में...

जी.जनार्दन रेड्डी की पत्नी अरुणा लक्ष्मी भी नई राजनीतिक पार्टी में सक्रिय भूमिका में रहेगी। रेड्डी ने कहा कि वह दोनों राज्यभर का दौरा कर पार्टी को विस्तार देंगे। इसी के साथ विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति भी बनाई जाएगी। बता दें कि जी.जनार्दन रेड्डी के बड़े भाई करुणाकर रेड्डी हरपनहल्ली से बीजेपी विधायक हैं तो छोटे भाई सोमशेखर रेड्डी बल्लारी ग्रामीण से बीजेपी के ही विधायक हैं। रेड्डी के सबसे करीबी दोस्त श्रीरामुलु चित्रदुर्ग जिले के मोलकलमुरु से विधायक हैं। वर्तमान में आदिवासी कल्याण मंत्री हैं। हालांकि, जी.जनार्दन रेड्डी ने यह साफ कहा है कि वह अपने भाइयों या अपने मित्र को पार्टी में शामिल होने का दबाव बनाएंगे।

मैं जीतना जानता हूं, राजनीति में भी हार नहीं मानूंगा

रेड्डी ने नई पार्टी की घोषण के समय बीजेपी के पूर्व दिग्गजों अटल बिहारी बाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी, सुषमा स्वराज, अनंत कुमार के साथ साथ राज्य के दिग्गज नेता बीएस येदियुरप्पा को धन्यवाद दिया और याद किया। उन्होंने कहा कि मैं अपने जीवन में अभी तक किसी भी नई शुरूआत में कभी फेल नहीं हुआ हूं। बचपन में कंचे खेलने से लेकर राजनीति में नई पार्टी बनाने तक, न कभी हारा हूं न हारुंगा।

2011 में कोयला घोटाले में हुए थे अरेस्ट

ओबलापुरम माइनिंग कंपनी (ओएमसी) के प्रबंध निदेशक जी.जनार्दन रेड्डी और उनके बहनोई बी वी श्रीनिवास रेड्डी को सीबीआई ने 5 सितंबर, 2011 को बेल्लारी से गिरफ्तार कर हैदराबाद शिफ्ट किया था। कंपनी पर कर्नाटक के बेल्लारी और आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में फैले बेल्लारी आरक्षित वन क्षेत्र में खनन पट्टा बार्डर्स को बदलने और अवैध खनन में लिप्त होने का आरोप है। 2015 से जमानत पर हैं।